अब गंगा में प्रवाहित नहीं कर सकेंगे शव, अधिकारियों ने बैठक कर नाविकों, गोताखोर व पंडों से मांगी मदद

punjabkesari.in Sunday, May 23, 2021 - 12:46 PM (IST)

फर्रूखाबाद: उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों गंगा में शवों को प्रवाहित किए जाने की घटनाएं सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। अधिकारियों ने पांचाल घाट पर बैठक कर नाविकों, गोताखोर व पंडों से इस मामले में मदद मांगी। निगरानी समिति बनाकर रात में भी गंगा में गश्त कराने का निर्णय लिया गया।

एसडीएम सदर अनिल कुमार ने बैठक में मौजूद पंडा, गोताखोर व नाविकों से कहा कि गंगा में शवों को प्रवाहित नहीं किया जाएगा। इस संबंध में सभी को सतर्कता बरत कर प्रशासन की मदद करनी है। जानकारी मिलने पर तुरंत सूचना दें। उन्होंने रात में गश्त लगाने के लिए निगरानी समिति गठित करने के निर्देश पुलिस को दिए। जिसमें गोताखोर व नाविक रखे जाएंगे। एसडीएम ने कहा कि कोविड पर नियंत्रण के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। ग्राम प्रधान के पति नसरुद्दीन को सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि गांव में यदि कोई व्यक्ति बीमार है तो इसकी जानकारी प्रशासन को दें। उसके इलाज की तुरंत व्यवस्था की जाएगी। बैठक में मौजूद लोगों ने घाट पर बंद पड़ी हाईमास्ट लाइटें सही कराने व शौचालय साफ कराने की मांग की। सफाई कर्मचारियों के काम पर नाराजगी जताई। बढ़पुर ब्लॉक के कार्यवाहक बीडीओ भारत प्रसाद ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति शव का अंतिम संस्कार करने में असमर्थ है, उसके पास रुपये नहीं हैं, ऐसे लोगों को शासन की ओर से पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। गंगा में शव प्रवाहित करने के बजाय अधिकारियों से संपर्क करें।

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Umakant yadav