सगे भाइयों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, घर में मिले शव

punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2020 - 06:47 PM (IST)

अयोध्या: उत्तर प्रदेश के जनपद अयोध्या स्थित एक मकान में एक सिख परिवार के दो सगे भाइयों का शव मिलने के बाद अफरा-तफरी मच गई। मृतकों के पिता 90 वर्षीय बुजुर्ग बगल के कमरे में थे। सुबह घर की नौकरानी रोज की तरह घरेलू कामकाज के लिए मकान पर पहुंची और दरवाजा खटखटाया तो भीतर से कोई प्रतिक्रिया न होने पर उसने आस-पास के लोगों को मामले की जानकारी दी। साथ ही स्थानीय लोगों ने पुलिस को बुला लिया। वृद्ध पिता और दोनों बेटे किराए के मकान में लगभग सात दशक से रहते थे और बड़ा बेटा शहर के चौक क्षेत्र में दुकान चलाता था। वृद्ध पिता और उसका छोटा भाई मानसिक रूप से विक्षिप्त बताये गये हैं। पुलिस ने मौत की वजह जानने के लिए सगे भाइयों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

बता दें कि मामला शहर के नगर कोतवाली क्षेत्र का है। यहां बलवंत सिंह की मानसिक हालत ठीक नहीं है और वह अपने दो बेटों के साथ लालबाग मोहल्ले में एक किराए के मकान में रहते हैं। उनका बड़ा बेटा 60 वर्षीय जसवीर सिंह ह्रदय स्थली चौक क्षेत्र स्थित दुकान का संचालन करता है और छोटा बेटा 40 वर्षीय करतार सिंह भी मानसिक रूप से विक्षिप्त है। दोनों सगे भाइयों का शादी विवाह नहीं हुआ था। लालबाग मोहल्ला निवासियों का कहना है कि यह सिख परिवार लगभग 70 वर्षों से इसी मकान में किराए पर रह रहा था। घर में कोई महिला न होने के चलते घर का कामकाज नौकरानी के हवाले था। नौकरानी ही सुबह-शाम साफ-सफाई, झाड़ू पोछा से लेकर भोजन बनाने व अन्य काम करती थी।

रोज की तरह बुधवार की सुबह नौकरानी अपने रोजमर्रा के काम को निपटाने के लिए सिख परिवार के दरवाजे पर पहुंची और आवाज लगाई। आवाज लगाने पर कोई जवाब न मिलने पर उसने जोर-जोर कुंडी खटखटाई। इसके बावजूद कोई प्रतिक्रिया न होने पर उसको चिंता हुई और उसने आस-पास के लोगों को खबर दी तथा मौके पर बुला लिया। आस-पास के लोगों ने भी आवाज लगाई और कुंडी खटखटाया, लेकिन भीतर से कोई जवाब न मिला। इसके बाद मामले की खबर पुलिस को दी गई तो क्षेत्राधिकारी नगर अरविंद कुमार चौरसिया और नगर कोतवाल अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। काफी देर कड़ी मशक्कत कर पुलिस ने दरवाजा खोला और भीतर गई तो देखा कि एक कमरे में अलग-अलग बिस्तर पर जसवीर सिंह और करतार सिंह मृत पड़े हैं।

जबकि सगे भाइयों के बुजुर्ग पिता बलवंत सिंह बगल वाले कमरे में थे। पुलिस ने बुजुर्ग बलवंत सिंह से माजरा जानना चाहा तो मोहल्ले वालों ने बताया कि इनकी मानसिक हालत ठीक नहीं है और यह कुछ बता नहीं सकते। इसके बाद पुलिस ने सगे भाइयों के कमरे की गहराई से जांच पड़ताल की और परिवार के नौकरानी से पूछताछ की तथा सगे भाइयों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

क्षेत्राधिकारी नगर अरविंद कुमार चौरसिया का कहना है कि मौत की वजह जानने के लिए सगे भाइयों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। सिख परिवार के एकमात्र जीवित बचे बुजुर्ग बलवंत सिंह की दिमागी हालत ठीक नहीं है जिसके चलते वह कुछ बता नहीं पा रहे हैं। कोतवाली पुलिस को मामले की जांच पड़ताल का निर्देश दिया गया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है। 

Ajay kumar