17 साल बाद जिंदा मिला मरा हुआ शख्स…हत्या के आरोप में भाई 2008 से काट रहे जेल, कैसे हुई पहचान?
punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2025 - 01:42 PM (IST)
झांसी (शहजाद खान) : "जाको राखे साईंया मार सके ना कोय" जी हां यह चंद लाइने झांसी जिले के एक मामले से गहरा रिश्ता दिखा रही है। जिसकी हत्या के मामले में चार लोग जेल जा चुके थे। उस व्यक्ति को बरुआ सागर पुलिस ने जिंदा ही खोज निकाला है। जब जिंदा व्यक्ति के बारे में जेल जा चुके आरोपियों को मालूम चला तो वह सीधे बिहार से झांसी के लिए निकल पड़े और बरुआसागर थाने बिहार की पुलिस के पास पहुंच गए।
दरसअल झांसी में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यह मामला कुछ इस तरह है कि जब बरुआसागर थाना पुलिस रोज की तरह अपने क्षेत्र में गश्त कर रही थी। तभी 7 जनवरी को ग्राम धवारा भरौंल में एक संदिग्ध व्यक्ति नजर आया। शक होने पर गांव के लोगों से पूछतांछ की गई तो पता चला कि उक्त युवक करीब 6 माह से झांसी के बरुआसागर में रह रहा है। पुलिस उसे पकड़कर अपने साथ थाने लाई। जहां पूछतांछ में उस व्यक्ति ने अपना नाम नथुनी पाल पुत्र स्व. रामचन्द्र निवासी देवरिया थाना अकोडी गोला जिला रोहतास बिहार बताया। उसकी उम्र करीब 50 वर्ष है। पूछताछ में उसने बताया कि वह हिंदुस्तान के कई स्टेट में कुछ-कुछ समय के लिए रहता था। बरुआसागर से पहले वह पंजाब में भी रहा है।
पूछताछ में उसने बताया कि जब वह अपने गांव में था, तभी उसके माता-पिता की मौत गई थी। शादी के कुछ सालों बाद बच्चे पैदा न होने के कारण पत्नी भी छोड़कर चली गई थी। इसके बाद वह चचेरे भाईयों के पास जाकर रहने लगा था। उसके पास करीब ढाई बीघा जमीन थी। वर्ष 2008 में वह गांव छोड़कर निकल गया। इसके बाद वापस नहीं गया। वह भटकते-भटकते करीब 6 माह पहले यहां आ गया। तभी से वह यहां रह रहा है। उसके पीछे क्या हुआ यह उसे भी पता नहीं है।
बता दें कि नथुनी पाल की अपहरण और हत्या के आरोप में जेल जा चुके भाई सतेन्द्र पाल ने जब अपना दर्द सुनाया तो उसके आंसू छलक पड़े। सतेन्द्र बताते हैं कि नथुनी पाल जब लातपा हुआ तो उसके मामा ने उसके व उसके पिता और भाईयों के खिलाफ अपहरण कर हत्या का मामला दर्ज करा दिया था। वह चारों जेल चले गए थे, 10-11 माह की सजा काटने के बाद जमानत पर वह बाहर है। वर्तमान में उसके पिता की मौत हो गई है। वह दिन रात सोचते थे कि जिस गुनाह को उन्होंने नहीं किया आज उसी की सजा काट रहे हैं। जब उन्हें पता चला कि नथुनी पाल जिंदा है और झांसी में तो वह भी बिहार पुलिस के साथ यहां आए हैं। नथुनी पाल के जिंदा मिलने के बाद अब उसके सिर से कलंक हट जायेगा। फिलहाल बरुआसागर पुलिस ने भिखारी जैसे दिखने वाले शख्स और जिसकी 2008 में हो गई थी हत्या उसको खोज निकाला है। इस मामले के बाद पूरे जिले में बरुआसागर पुलिस की प्रशंसा हो रही है। इसके अलावा झांसी पुलिस ने भी बरुआसागर पुलिस के इस गुड वर्क करने को लेकर इनाम के लिए रिकमेंड किया है।