भूख से 8 गोवंशों की मौत: सड़ रहे शवों को नोच रहे कुत्ते और कौवे, बदबू से परेशान है ग्रामीण

punjabkesari.in Tuesday, Sep 28, 2021 - 03:26 PM (IST)

शामली: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार एक तरफ गौ संरक्षण के लिए तमाम नियम कानून बनाती है तो दूसरी तरफ इलाहाबाद हाईकोर्ट गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग करती है, लेकिन शामली से आया ताजा मामला गौ संरक्षण की जमीनी हकीकत को बयां करता है। यहां बीते सोमवार भूख की वजह से 8 गोवंशों की मौत हो गई। जिनके शव वहीं सड़ते रहें जहां उनकी मृत्यु हुई। इतना ही नहीं शवों को कुत्ते और कौवे नोचते रहे। शवों के सड़ने से फैल रही बदबू से ग्रामीणों का जीना दूभर हो गया है। वहीं, परेशान ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम गोवंशों की सुध लेने पहुंची।

अब तक 50 गोवंशों की हुई मौत
पूरा मामला आदर्श मंडी थाना क्षेत्र के नंगली जमालपुर गांव के पास बनी वृहद गौशाला केंद्र का है। जहां हर रोज 2 से 3 गोवंशों की मौत हो रही है, जबकि इस यहां पर करीब 250 गोवंशों का संरक्षण किया जा रहा है। वहीं, अब तक 50 गोवंशों की मौत हो चुकी है।

गौशाला में उपलब्ध नहीं आवश्यक सामग्री
बता दें कि गौशाला का संरक्षण की जिम्मेदारी जिला प्रशासन ने मोहिनी ट्रस्ट को दी है। जिसमें एक महिला और पुरुष समेत 5 बच्चों को गौशाला की देखभाल लिए रखा गया है।आवश्यक सामग्री न उपलब्ध होने का हवाला देते हुए देखरेख करने वाले भी इस मामले में अपने हाथ खड़े कर लिए है।

‘भूख-प्यास से हुई गोवंशों की मौत’
गौशाला के बगल में रहने वाले संदीप के अनुसार, गौशाला में सुविधा के नाम पर कोई भी समान नहीं है। गायों को चारा के रुप में केवल भूसा खिलाया जाता है। पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था नहीं है। गौशाला के अंदर गंदगी की भरमार लगी है। इसी वजह से गौवंशों की जाने जा रही है।

 

 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj