फेसबुक पर लाइक या अनलाइक करना इस्लाम मजहब में नाजायज: देवबंदी उलेमा

punjabkesari.in Wednesday, Apr 25, 2018 - 10:13 AM (IST)

सहारनपुरः मिस्र ने फतवा जारी कर फेसबुक पर लोगों के जरिए फर्जी तरीके से लाइक या अनलाइक करने को नाजायज करार किया है। वहीं उनके इस फतवे का देवबंदी उलेमा ने समर्थन किया है।

मिस्र के एक मुफ्ती द्वारा जारी किए गए फतवे में कहा गया है कि सोशल साइट पर अगर फर्जी तरीके से लाइक कराया जा रहा है तो वह मजहबी एतबार से मामला नापसंदीदा है। इसको नाजायज समझा जाना चाहिए क्योंकि यह एक तरह की जालसाजी और धोखाधड़ी है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह लाइक या अनलाइक की संख्या में इजाफा करना हराम के दायरे में आता है। यह पसन्द और नापसन्द का अमल होता है।

वहीं मिस्र के फतवे का समर्थन करते हुए देवबंदी उलेमा का कहना है कि कुछ लोग लालच के चलते गलत और हराम चीजों को लाइक कर उसे बढ़ावा देने का काम करते हैं, जो सरासर गलत है। इसलिए सभी लोगों को फर्जी लाइक और अनलाइक करने से बचना चाहिए। ये जालसाजी और धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है, इसलिए लाइक और अनलाइक करना इस्लाम मजहब में नाजायज है। 

Deepika Rajput