नहीं बन्द होगी एशिया की सबसे पुरानी चीनी मिल
punjabkesari.in Tuesday, Oct 20, 2015 - 04:46 PM (IST)

देवरिया: उत्तर प्रदेश में देवरिया के प्रतापपुर में एशिया की सबसे पुरानी बन्द पडी चीनी मिल को मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रबंधन फिर से चालू करने पर राजी हो गया है। जिला गन्ना अधिकारी काशीराम ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रतापपुर में बन्द पडी चीनी मिल को चलाने के लिए गेट पर नोटिस चस्पा कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि बजाज ग्रुप की 1903 में स्थापित चीनी मिल को घाटा का बहाना बनाकर मिल प्रबंधन ने आठ अक्तूबर को सभी कर्मचारियों का हिसाब कर उनका पूरा भुगतान उनके बैंक खाते में डाल दिया था।
इस मिल को चलाने के लिए क्षेत्रीय लोगों के साथ राजनीतिक दलों ने भी आंदोलन किया था। मिल के उपाध्यक्ष आर एन त्रिपाठी जोनल हेड प्रभाकर चन्द्रा के साथ कल शाम प्रतापपुर पहुंचे और गेट पर मिल चलाने का नोटिस चस्पा कर दिया। मिल चलने की जानकारी मिलने पर कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड गई। मिल अधिकारी कर्मचारियों को फोनकर बुला रहे हैं। दशहरा के बाद मिल में मरम्मत का कार्य शुरु हो जाएगा और पेराई सत्र 2016-17 में गन्ने की पेराई शुुरु कर दी जाएगी।
इस मिल को चलाने के लिए क्षेत्रीय लोगों के साथ राजनीतिक दलों ने भी आंदोलन किया था। मिल के उपाध्यक्ष आर एन त्रिपाठी जोनल हेड प्रभाकर चन्द्रा के साथ कल शाम प्रतापपुर पहुंचे और गेट पर मिल चलाने का नोटिस चस्पा कर दिया। मिल चलने की जानकारी मिलने पर कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड गई। मिल अधिकारी कर्मचारियों को फोनकर बुला रहे हैं। दशहरा के बाद मिल में मरम्मत का कार्य शुरु हो जाएगा और पेराई सत्र 2016-17 में गन्ने की पेराई शुुरु कर दी जाएगी।