गाजीयाबाद पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले- घर पर ही करें डेंगू मरीज इलाज का जरूरत पड़ने पर अस्पताल में करें भर्ती
punjabkesari.in Thursday, Nov 10, 2022 - 04:33 PM (IST)

गाजीयाबाद (संजय मित्तल) : डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के गुरुवार को गाजियाबाद दौरे के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा रहा। डिप्टी सीएम ने गाजीयाबाद में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीजों को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए डेंगू की रोकथाम के लिए विशेष इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए।
सभी वार्डों में विशेष अभियान चलाने के निर्देश
गाजियाबाद में लगातार डेंगू बड़ी संख्या में लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है।आए दिन डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिसे गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कई योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ शहर में बढ़ते हुए डेंगू के मरीजों को लेकर आज गाजियाबाद में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। साथ ही संयुक्त जिला अस्पताल और राजेंद्र नगर का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने डेंगू से बचाव के लिए कल से शहर के सभी वार्डों में एक विशेष अभियान चलाए जाने और फॉगिंग कर मच्छरों को नष्ट किए जाने के विशेष निर्देश दिए।
डेंगू से बचाव के लिए लोगों को करे जागरूक
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने जैसे ही अधिकारियों के साथ बैठक की शुरुआत की उससे पहले गाजियाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने डेंगू और उससे बचाव के लिए कार्य किए जाने वाली योजनाओं के बारे में अवगत कराया। जिसके बाद उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए कल से सभी 100 वार्ड में डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाना और जगह जगह फॉगिंग कर डेंगू का लार्वा और अन्य मच्छरों को नष्ट किए जाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए।डिप्टी सीएम ने डिप्टी सीएम ने सभी अधिकारियों को सड़क को पर फैलने वाली गंदगी को साफ करने के भी निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से चौकन्ना दिखा
डिप्टी सीएम के आने की खबर के बाद से ही जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। खासतौर से स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से आज चौकन्ना दिखाई दिया। क्योंकि डिप्टी सीएम के द्वारा किसी भी जगह का औचक निरीक्षण किए जाने की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को मिल रही थी। लेकिन सबसे ज्यादा डिप्टी सीएम ने लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीजों को लेकर बेहद चिंता व्यक्त की और उन्होंने कहा कि बुखार से पीड़ित सभी मरीजों कि पहले डेंगू स्वाइन फ्लू और मलेरिया की जांच कराई जाए और समय रहते ही उन्हें उचित और समय पर ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।