कौशांबी शीतला धाम कड़ा पर मन्नत मांगने पहुंच रहे हैं श्रद्धालु, ये हैं मान्यताएं?

punjabkesari.in Friday, Jul 02, 2021 - 05:05 PM (IST)

कौशांबी: देश की 51 शक्तिपीठों में शामिल शीतला धाम कड़ा पर आषाढ़ माह यहां आयोजित होने वाले शीतला अष्टमी मेले में आज आठवें दिन बड़ी संख्या में शक्ति उपासक श्रद्धालु पहुंचे और गंगा में डुबकी लगाने के उपरांत मां शीतला देवी के चरणों में अपना माथा टेका। यहां आने वाले श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद शीतला देवी की पूजा अर्चना एवं दर्शन कर मन्नते मांगते है। देवी मंदिर में ध्वजा, पताका, नारियल, चुनरी बताशा, वस्त्र, आभूषण भेट कर मांगलिक जीवन की देवी से प्रार्थना करते है। मान्यताओं के अनुसार शीतला देवी के दर्शन से सभी मन्नते पूर्ण होती हैं।       

अनादिकाल से इसी आस्था के चलते आषाढ़ माह की प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक पूरे महीने शक्तिपीठ शीतला धाम कडा में मेला आयोजित होता है। गत वर्ष करोना संक्रमण के चलते शीतलाष्टमी पर मेले का आयोजन नहीं हुआ था। कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने पर इस बार आषाढ़ माह के दोनों पखवारे में सप्तमी एवं अष्टमी तिथि को इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचकर देवी के दर्शन करते हैं। खरीफ की फसल की शुरुआत करने के पहले श्रद्धालु अन्न की देवी शीतला देवी की पूजा अर्चना करते हैं। देवी से प्रार्थना करते हैं कि अच्छी फसल हो। नवविवाहिता जोड़ें इस मेले में आकर गंगा में स्नान करते है और गंगा पूजन के बाद शीतला देवी के दर्शन कर पूजा अर्चना करते हैं। सुख में जीवन एवं लंबी आयु की कामना करते हैं। देवी को प्रसन्न करने की कामना से दूध एवं गंगा जल से जलहरी भरते हैं। इसके साथ ही बच्चों का मुंडन कराने यहां पर प्राचीन परंपरा है । लोगों का विश्वास है कि देवी मंदिर परिसर में बच्चों का मुंडन कराने से उनका जीवन सुखमय होगा।       

इसी भावना के साथ देश के दूरस्थ भाग से दंपती यहां अपने मन कराता है राम देवी के दर्शन भी बच्चों को कराता असाध्य रोगों से छुटकारा पाने के लिए असंभव कार्य सिद्ध के लिए श्रद्धालु लेट कर देवी मंदिर की परिक्रमा करता है यह परिक्रमा गंगा घाट से शुरू होकर शीतला देवी मंदिर की परिक्रमा के बाद पूरी होती है आषाढ़ मेले में कौशांबी के समीपवर्ती जनपद प्रयागराज ,प्रतापगढ़ ,फतेहपुर ,चित्रकूट ,बांदा ,मिर्जापुर, भदोही ,वाराणसी, लखनऊ ,बाराबंकी सहित पूरे प्रदेश से श्रद्धालु मां शीतला देवी के दर्शन करने के लिए आते हैं आषाढ़ मेले में इस बार साफ सफाई बिजली पानी एवं स्वास्थ्य सुविधाओं पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया है। मेले में आने वाले यात्रियों की शिकायत है कि वाहन स्टैंड के नाम पर कुछ दबंग मनमाना शुल्क वसूलने से तीर्थयात्रियों को सुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।


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Content Writer

Umakant yadav

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