इस दारोगा को सम्मानित करेंगे डीजीपी ओपी सिंह, कहानी जानकर आप भी सैल्यूट करें बिना नहीं रह पाएंगे

punjabkesari.in Sunday, Feb 25, 2018 - 06:56 PM (IST)

सहारनपुरः सहारनपुर के एक पुलिसकर्मी ने ऐसा फर्ज निभाया है कि जिसे सुनकर आप भी उसे दिल से सैल्यूट करेंगे। जिसने अपनी बेटी की मौत और फर्ज के बीच पहले ड्यूटी को चुना। जहां ड्यूटी के दाैरान यूपी पुलिस के इस दाराेगा काे उसकी बेटी की मौत की खबर मिली, लेकिन दारोगा ने अपनी ड्यूटी नहीं छोड़ी और अपना फर्ज निभाया।

जानिए पूरा मामला 
सहारनपुर में तैनात भूपेंद्र सिंह ताैमर के साथ जाे घटना घटी उसे जानकर आपकी आंखे भर आएंगी। भूपेंद्र सिंह ड्यूटी पर थे आैर अचानक उनके फाेन पर खबर मिली कि उनकी बेटी की मौत हो गई है। भूपेंद्र सिंह ताैमर उस समय यूपी 100 की ड्यूटी कर रहे थे आैर एक पीआरवी की जिम्मेदारी उन पर थी। जाे घायल की मदद के लिए सड़क पर दाैड़ रही थी। दरअसल, इस पीआरवी काे सूचना मिली थी कि रामपुर मनिहारान थाना क्षेत्र में एक आदमी घायल पड़ा हुआ है जिसका काफी खून बह चुका है, लेकिन सांसे चल रही हैं।

बेटी की हो गई मौत 
भूपेंद्र सिंह बेटी की माैत की खबर सुनकर सहम से गए आैर उन्हाेंने बिना कुछ बाेले कॉल काट दी। उनके बराबर में बैठे भरत पांचाल के कानाें में यह बात पहुंच चुकी थी कि फाेन किसी महिला ने किया है जाे राे रही थी। जब भरत पांचाल ने पूछा कि यह राेने की आवाज किसकी थी ताे भूपेंद्र ताैमर ने बताया कि यह आवाज उनकी पत्नी की थी। जिसने खबर दी है कि मेरी बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही। जिसकी एक वर्ष पहले ही शादी हुई थी।

पहले निभाया अपना फर्ज 
यह सुनकर पीआरवी में बैठे दूसरे पुलिसकर्मी आैर गाड़ी चला रहे हाेमगार्ड ने कहा कि आप पहले अपने घर जाइए। लेकिन एचसीपी भूपेंद्र सिंह ताैमर ने दुःख की इस घड़ी में भी धैर्य नहीं खाेया आैर ड्यूटी काे पहला फर्ज बताते हुए नम आंखों से कहा कि मेरी बेटी ताे अब इस दुनिया में नहीं रही, लेकिन जाे आदमी रास्ते में खून से लथपथ पड़ा है। वह भी किसी का बेटा आैर हम उसकी जान बचा सकते हैं। इसलिए मेरे लिए इस समय पहला फर्ज ड्यूटी है। जब भूपेंद्र सिंह ताैमर ने यह शब्द कहे ताे उनके साथी पुलिसकर्मियाें ने मन ही मन भूपेंद्र सिंह काे सैल्यूट किया आैर रास्ते में पड़े घायल के पास पहुंचे।

डीजीपी ओपी सिंह करेंगे दारोगा को सम्मानित
भूपेंद्र सिंह ताैमर उनके साथियाें ने देखा कि घायल सड़क किनारे पड़ा हुआ था जिसका काफी खून बह चुका था। एेसे में भूपेंद्र सिंह ने एम्बूलेंस का भी इंतजार नहीं किया आैर अपनी गाड़ी में घायल काे लेकर अस्पताल पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद घायल काे चिकित्सकाें ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। इसके बाद भूपेंद्र सिंह घायल काे सहारनपुर के एक अस्पताल लेकर पहुंचे आैर इस तरह अपना फर्ज पूरा करते हुए उन्होंने एक जान बचा ली। वहीं इस बात का पता जब डीजीपी ओपी सिंह को चला तो उन्होंने दारोगा को सैल्यूट के साथ सम्मानित करने का आश्वासन दिया है।