बेईमान पार्टियों ने यूपी को बनाया ‘बीमारू'' राज्य, सीएम योगी का विपक्ष पर तंज; कहा - विपक्ष के पास मुद्दा नहीं, सिर्फ नकारात्मकता है
punjabkesari.in Wednesday, Aug 27, 2025 - 04:40 PM (IST)

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश ‘बीमारू' राज्य नहीं था बल्कि बेईमान राजनीतिक दलों ने भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद के जरिए प्रदेश को ऐसा बना दिया था। मुख्यमंत्री ने यहां लोकभवन में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 2,425 मुख्य सेविकाओं और 13 फार्मासिस्टों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में कहा, 2017 से पहले नियुक्तियों में बंदरबांट होती थी, जिसकी वजह से योग्य अभ्यर्थी भेदभाव और भ्रष्टाचार के शिकार होते थे।
2017 तक यूपी का जीडीपी में योगदान आठ प्रतिशत से भी कम
उन्होंने कहा कि 1947 के बाद 1960 तक उत्तर प्रदेश देश का अग्रणी प्रदेश था, जिसका देश के घरेलू सकल उत्पाद (जीडीपी) में 14 प्रतिशत से अधिक योगदान था लेकिन 1960 के बाद गिरावट शुरू हुई और 1990 के बाद यह और तेज हो गई। योगी ने कहा कि 2017 तक उत्तर प्रदेश का जीडीपी में योगदान आठ प्रतिशत से भी कम हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा, “इस दौरान खाद्यान्न उत्पादन, ढांचागत विकास और निवेश में उप्र पिछड़ता गया। नौजवान प्रदेश से बाहर जाते थे, लेकिन वहां भी पहचान का संकट झेलते थे। यह दंगों और परिवारवादी राजनीति का परिणाम था, जिसने उप्र को लूट का अड्डा बना दिया।”
युवा प्रतिभाशाली व ऊर्जावान होता है - योगी
योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महिला और बाल विकास विभाग के तत्वाधान में नवचयनित मुख्य सेविकाओं व फार्मासिस्टों को नियुक्ति पत्र वितरण प्रदेश भर की बेटियों के लिए अवसर है। उन्होंने कहा कि हर युवा के मन में सपना होता है और सरकार का दायित्व है कि उसे मंच दे। योगी ने कहा कि युवा प्रतिभाशाली व ऊर्जावान होता है लेकिन जब वह भेदभाव और भ्रष्टाचार का शिकार होता है तो यह राष्ट्रीय क्षति बन जाती है।
विपक्ष के पास मुद्दा नहीं, सिर्फ नकारात्मकता है- सीएम योगी
उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से पहले प्रदेश में नियुक्तियां नहीं होती थीं और होती भी थी तो बंदरबांट व भ्रष्टाचार के चलते योग्य युवा पीछे रह जाते थे, जिसका नतीजा हुआ कि उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य बन गया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में विद्यालयों के विलय को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के पास मुद्दा नहीं, सिर्फ नकारात्मकता है। उन्होंने कहा कि जर्जर भवनों से बच्चों को स्थानांतरित करने और छात्र-शिक्षक अनुपात सुधारने का प्रयास राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हिस्सा है।
यूपी पुलिस में दो महीने पहले 12,045 बेटियां चयनित हुईं
योगी ने कहा, “हम खाली विद्यालयों में प्री-प्राइमरी और बाल वाटिका चलाएंगे, 5000 बाल वाटिकाएं सफलतापूर्वक संचालित भी हैं। इन विद्यालयों में विभिन्य गतिविधियों के माध्यम से पोषण मिशन से तीन से छह वर्ष के बच्चों का मानसिक विकास होगा, जो स्वस्थ समाज के लिए महत्वपूर्ण है।” मुख्यमंत्री ने 2047 के विकसित भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि यह रास्ता आंगनबाड़ी केंद्रों से शुरू होता है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस में दो महीने पहले 60,244 भर्ती में 12,045 बेटियां चयनित हुईं।
1947-2017 में सिर्फ 10,000 महिला पुलिसकर्मी थीं
योगी ने कहा कि 1947-2017 में सिर्फ 10,000 महिला पुलिसकर्मी थीं लेकिन आठ साल में 40,000 से अधिक बेटियों को भर्ती किया और बेसिक शिक्षा परिषद में 1,56,000 शिक्षकों में ज्यादातर बेटियां हैं। उन्होंने ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' का उल्लेख किया, जिसमें 26 लाख से अधिक बेटियों को 25,000 रुपये का लाभ मिला। योगी ने कहा कि चार लाख बेटियों की शादी सामूहिक विवाह योजना से हुई और मातृ वंदना योजना में 183 करोड़ रुपये वितरित किए गए।