CM हेल्पलाइन में कार्यरत युवतियों से अभद्रता, कमरे में बंद कर खींचे गए दुप्पटे

punjabkesari.in Friday, Mar 09, 2018 - 03:49 PM (IST)

लखनऊः योगी सरकार महिला सुरक्षा के तमाम दावों में दम भरती नजर आती है। लेकिन बेखौफ बदमाश प्रशासन को चुनौती देते हुए इन खोखले दावों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। ताजा मामला राजधानी लखनऊ का है। जहां सीएम हेल्पलाइन में  कार्यरत युवतियों से अभद्रता की गई। इतना ही नहीं युवतियों को कमरे में बंद कर दिया गया। उनके दुप्पटे तक खींचे गए।

जानिए पूरा मामला 
बता दें कि गोमतीनगर के विभूतिखंड में साईबर हाईट में सीएम हेल्पलाइन संचालित है। बीपीओ स्योरविन नामक कंपनी इसका काम देख रही है। इसके अंडर लड़कियों समेत कई टेलीकॉलर सीएम हेल्पलाइन में काम कर रहे हैं। यहां कार्यरत लड़कियों से अभद्रता की गई। लड़कियों ने बताया कि 3-4 महीने से हमें वेतन नहीं मिला। इसके लिए कई बार मांग उठाई गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

ट्रेनर और सुपरवाइजर ने किया टॉर्चर 
वहीं शुक्रवार की सुबह तो हद ही हो गई। लड़कियों ने बताया कि उनके ट्रेनर अनुराग और सुपरवाइजर आशुतोष ने टेलीकॉलर 20 लड़कियों को एक कमरे में बंद कर दिया। इतना ही नहीं लड़कियों ने आरोप लगाया है कि अनुराग और आशुतोष ने लड़कियों से सादे कागज पर साइन कराने की कोशिश की। युवतियों ने जब इसका विरोध किया तो उनसे बदतमीजी की गई। अनुराग और आशुतोष ने युवतियों का वीडियो भी बनाया।

कई लड़कियां हो गई बेहोश
इसी टॉर्चर के कारण कई लड़कियां बेहोश हो गईं और दोनों ट्रेनर भाग निकले। जिसके बाद साथी कर्मचारियों ने उन्हे जिला अस्पताल भर्ती कराया। आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी गई। टेलीकॉलरों ने आरोप लगाया कि 2 दिन पहले विभूतिखंड इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार राय से मामले की शिकायत की गई तो उन्होंने धमकाते हुए कहा कि जेल में बंद कर देंगे, जिससे तुम्हारा भविष्य बर्बाद हो जाएगा।

क्या कहती है पुलिस
सूचना पाकर एसपी नार्थ अनुराग वत्स मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लड़कियां और उनके गुस्साए परिजन पुलिस से भिड़ गए।