Diwali 2021: इस बार बेरंग हुई बाजारों की रौनक, पूजा सामग्री के सामानों पर पेट्रोल-डीजल के दाम का बड़ा असर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 02, 2021 - 12:21 PM (IST)

प्रयागराज: संगम नगरी में धनतेरस और आगामी दिवाली पर्व को लेकर पूजा सामग्री के बाजारों में हलचल तेज हो गई है। लेकिन इस बार की दिवाली में वह रौनक नहीं दिखाई दे रही है जो रौनक कोरोना काल से पहले दिखाई देती थी। दुकानदारों का कहना है कि कोरोना पर ब्रेक तो जरूर लग गया है लेकिन देश मे लगातार बढ़ रहे पेट्रोल डीजल के दाम की वजह से इस बार पूजा सामग्री से जुड़ी सभी चीजें दोगुने दामों पर बिक रही हैं। इसके साथ ही साथ ऑनलाइन शॉपिंग को बढ़ावा देना भी इसका मुख्य कारण है। पूजा सामग्री के सामान को लोग खरीदने तो आ रहे हैं लेकिन उतनी रौनक नहीं है जितनी उम्मीद की जा रही थी।


बता दें कि शहर का सिविल लाइंस क्षेत्र मशहूर पूजा सामग्री का केंद्र है, जहां हर त्यौहारों के पूजा के सामान मिलते हैं। हालांकि इस बार पूजा सामग्री में ज़बरदस्त महंगाई का असर देखने को मिला है, भगवान की मूर्ति हो या फिर पूजा सामग्री और सजावट से जुड़े समान हो वो सभी पिछले साल के मुताबिक मंहगे बिक रहे हैं। खरीदारी करने आ रहे लोगों का कहना है कि सामान महंगे जरूर हैं लेकिन त्यौहार है तो किसी तरह मनाना ही है जितना सामान वह पिछली बार खरीदे थे उससे कम ही सामान खरीदना पड़ा है और अब की बार वह दिवाली की पूजा में भगवान से प्रार्थना करेंगे कि महंगाई में थोड़ी कमी आए।


यह कहना गलत नहीं होगा की कई हफ्तों से लगातार बढ़े पेट्रोल और डीजल के दामों की वजह से दिवाली का पर्व दुकानदारों और आम जनता के लिए फीका पड़ गया है। प्रयागराज में सजावट के सामान हो या फिर भगवान की मूर्ति के सभी चीजें ट्रांसपोर्ट के जरिए कोलकाता, गुजरात दिल्ली समेत अन्य राज्यों से आती है। ऐसे में लगातार बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों की वजह से ट्रांसपोर्टेशन मंहगा हुआ है जिसकी वजह से दिवाली से जुड़ी सामग्रियों पर इसका खासा असर दिखाई दे रहा है।

ग्राहकों का कहना है कि जो मूर्ति वह पिछले साल ₹300 में ले गए थे वह इस बार 550 से अधिक की मिल रही है। ग्राहकों का यह भी मानना है कि सरकार बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखें क्योंकि हर परिवार पर इसका काफी असर देखने को मिल रहा है।

उधर, दुकानदारों की बात माने तो उनका कहना है कि महंगे सामान बेचना उनकी मजबूरी है। दुकानदार रवि द्विवेदी बताते हैं कि ट्रांसपोर्टेशन महंगा होने की वजह से उनको सामान महंगा बेचना पड़ रहा है। इसके साथ ही रौनक ना होने का मुख्य कारण ऑनलाइन शॉपिंग भी है जो कि सभी व्यापारियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। अब वह भी लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग ऑनलाइन शॉपिंग का कम प्रयोग करें ताकि बाजारों में रौनक बनी रहे और गरीबों द्वारा बनाई गई पूजा सामाग्री को लोग बाजारों में आकर ही खरीदें।

Content Writer

Umakant yadav