धर्म-जाति में बंटकर न रहें लाेग, दुनिया में समाप्त हाे जाएगा आतंकवादः अतुल गर्ग

punjabkesari.in Monday, Jul 09, 2018 - 06:56 PM (IST)

मेरठः कभी धर्म के नाम पर, कभी सभ्यता के नाम पर तो कभी क्षेत्रवाद के नाम पर लोग एक दूसरों का कत्लेआम कर रहे हैं। लेकिन इस समाज में ऐसे लोग भी होते हैं जो शांति का संदेश फैलाकर लोगों के दिलों से कड़वाहट निकलाने की कोशिश करते हैं। मेरठ में भी आज एक विश्वविद्यालय में एक कोरियन संस्था ने इसी शांति को पूरी दुनिया में फैलाने के लिए यूपी में मेरठ शहर से सबसे पहले शुरुआत की है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में खाद्य एवं रसद मंत्री अतुल गर्ग भी मौजूद रहे।

धर्म-जाति में बंटकर न रहें लाेग
यहां उन्होंने लोगों को एक संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को मिलकर रहना चाहिए और किसी को धर्म जाति में बंटकर नहीं रहना चाहिए। यदि हम एक दूसरे से मिले रहेंगे तभी इस दुनिया में आतंकवाद जैसी चीजें समाप्त हो पाएगी। इसलिए हमको एक मिल कर रहना है।बस यही आज की संस्था का मुख्य उद्देश्य है।

कोरियन की संस्था का मकसद आतंकवाद का खात्मा 
बता दें कि कोरियन की एक संस्था है। वेनली कल्चर वर्ल्ड पीस रेस्टोरेशन ऑफ लाइट जो कि पूरी दुनिया में शांति का संदेश फैला रही है। हिंदुस्तान में इस इस संस्था के बागडोर को अमित प्रकाश ने संभाला है। और उन सबका यही एक मकसद है कि पूरी दुनिया को एक सूत्र में बांधे रखें ताकि आतंकवाद जैसी चीजें कहीं भी देखने को ना मिलें। 

हम सब का एक धर्म है, वह है इंसानियत का
मेरठ के शोभित विश्वविद्यालय में इस संस्था के माध्यम से इस प्रोग्राम को रखा गया जिसमें धर्म, सभ्यता, भाषा इन सब पर बात रखी गई। कि भले ही हम किसी भी धर्म जाति सभ्यता से हो लेकिन हम सब का एक धर्म है, वह है इंसानियत का। हम सब लोग भले ही किसी भी क्षेत्र विशेष से आते हो किसी भी भाषा से हों हम सबको केवल एक इंसान के रूप में एक दूसरे को देखना चाहिए।

विश्विद्यालय के चान्सलर कुंवर शेखर विजेन्द्र ने भी दिया संदेश
इस विश्विद्यालय के चान्सलर कुंवर शेखर विजेन्द्र का भी यही कहना है कि एक दीया और शीशा होता है, दिए का काम होता है रोशनी देना और शीशे का काम होता है उसे फैलाना। उन्होंने यह भी कहा भले ही हम मेरठ की क्रांति भूमि से हो, लेकिन मेरठ एक शांति भूमि भी है यहां से शांति के भी पाठ हमेशा बड़े-बड़े हमारे महापुरुषों ने इस समाज में लोगों को पढ़ाए भी है।


 

Tamanna Bhardwaj