कला को संवारने के लिए निरंतर रियाज करें मेधावी: राज्यपाल

punjabkesari.in Wednesday, Oct 24, 2018 - 01:25 PM (IST)

लखनऊ: भारत का सांस्कृतिक परिदृश्य समृद्धशाली बताते हुए उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने विद्यार्थियों का आवाहन किया कि वे शरीर, मन एवं आत्मा को जोड़ने वाली अदभुद संगीत कला को संवारने के लिए निरंतर रियाज करें। 

भातखंडे संगीत संस्थान अभिमत विश्वविद्यालय लखनऊ के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए नाईक ने कहा कि दीक्षांत समारोह के बाद विद्यार्थियों के जीवन का दूसरा पड़ाव अब शुरू होगा। संगीत से जुड़े जिन विद्यार्थियों को आज उपाधि प्रदान की गई है वे अपनी कला को संवारने के लिए निरंतर रियाज करें। संगीत का संबंध शरीर, मन एवं आत्मा से है। मनुष्य के अंतर्मन तक पहुंचने की शक्ति संगीत में सर्वाधिक है। 

उन्होंने कहा कि भारत का सांस्कृतिक परिदृश्य बहुत समृद्ध है। इसे सहेजकर रखना होगा। भारतीय संगीत को संरक्षण और संवर्धन प्रदान करते हुए आने वाले पीढ़ी को प्रेरित करने की दिशा में आगे ले जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जो रियाज करता है वही आगे बढ़ता है।

Deepika Rajput