अपनी चपेट में न ले खतरनाक फंगस तो रहें सावधान! इन बातों का रखें विशेष ध्यान
punjabkesari.in Saturday, Jun 12, 2021 - 12:08 PM (IST)
लखनऊः कोरोना संकट अभी पूरी तरह से गया नहीं कि ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस अपना पांव पसारने लगा हैं। खतरनाक फंगस की चपेट में आकर कई मरीजों की जान जा चुकी है और डॉक्टर्स लगातार इसकी इलाज में प्रयुक्त दवा के प्रयास में लगी हुई है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही बड़ी बीमारी को निमंत्रण दे सकती है। ऐसे में जरूरी है कि सावधानी रखें। विशेषज्ञों व डॉक्टर्स ने बताया कि शरीर में एंटीबायोटिक की मात्रा बढ़ने से भी ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ रहा है। वहीं, चौकाने वाली बात यह है कि फंगस की चपेट में आए तमाम रोगी ऐसे भी हैं, जिन्होंने स्टेरॉयड थेरेपी नहीं ली। साथ ही कोविड के दौरान वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर भी नहीं रहे थे।
ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि होम आइसोलेशन में रहे मरीजों ने एंटीबायोटिक अजिथ्रोमायसिन, डॉक्सीसाइक्लिन) की मनमानी डोज ली।दरअसल एंटाबायोटिक असर से शरीर के गुड बैक्टीरिया खत्म हो रहे हैं। लिहाजा, वातावरण में मौजूद फंगस का व्यक्ति पर हमला करना आसान हो गया है। गौरतलब है कि यूपी में सबसे अधिक ब्लैक फंगस के मरीज राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती हुए।
1.एंटीबायोटिक (अजिथ्रोमायसिन, डॉक्सीसाइक्लिन जैसे) का कोर्स लंबे वक्त तक चलाना सही नहीं है।
2.सेहतमंद रहने के लिए गुड बैक्टीरिया का रखें ख्याल, बिना जरूरत के हाई एंटीबायोटिक न लें।
3.मास्क पहनना बहुत जरूरी है। धूल भरे इलाके में न जाएं।
4.जूते पहने, लंबे और पूरे पैंट पहनें, लंबी बांह की शर्ट पहनें और गार्डनिंग करते समय ग्लब्स जरूर पहनें।
5.ब्लड शुगर लेवल कायम रखें और उसकी नियमित जांच कराएं। यह भी जरूरी है कि ज्यादा जोखिम वाले लोगों को चेतावनी संकेतों और लक्षणों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
6.अस्थमा या सांस व फेफड़ों के रोगी विशेष रखें ध्यान।
7.शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को करें मजबूत।