पड़ोस में हो कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज तो घबराएं नहीं- करें ये उपाय
punjabkesari.in Saturday, May 02, 2020 - 04:15 PM (IST)
गोरखपुर: कोरोना महामारी बहुत तेजी से अपना पैर फैला रहा है। इसको लेकर जनता में डर का माहौल पैदा हो रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गाइडलाइंस जारी की है। गाइडलाइन में कहा गया है कि आस-पास कोई भी कोरोना पॉजिटिव केस मिलता है तो घबराएं नहीं बल्कि सावधानी पूर्वक आइसोलेट हो कर इस खतरनाक महामारी से बचा जा सकता है। डॉ एके सिंह बताया है कि घर पर आइसोलेट होकर लोग संक्रमण से पूरी तरह से बच सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। संक्रमितों को संक्रमण के आधार पर चार श्रेणियों में बांटा गया है।
चार श्रेणिया इस प्रकार है- विइसमें वेरी माइल्ड, माइल्ड, मॉडरेट एवं सीवियर कोविड-19 संक्रमण शामिल है। माइल्ड मामलों के लिए कोविड केयर सेंटर, मॉडरेट के लिए डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एवं सीवियर कोविड-19 संक्रमण मामलों के लिए डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की व्यवस्था की गई है।
वेरी माइल्ड कोविड-19 मामलों में होम आइसोलेशन की सलाह दी जा रही है। उन्होंने बताया कि यह नीति अमेरिका, स्पेन और इटली जैसे देशों में काफी सफल रही हैं।
होम आइसोलेशन के लिए जरूरी नियम
मेडिकल ऑफिसर की ओर से वेरी माइल्ड कोविड-19 की पुष्टि की गई हो।
ऐसे व्यक्तियों के घर पर होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध हो।
होम आइसोलेशन के दौरान 24 घंटे देखभाल करने वाला कोई व्यक्ति उपलब्ध हो।
आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड कर उसे हमेशा एक्टिव रखना जरुरी है।
मरीज की स्वास्थ्य स्थिति से जिला सर्विलांस पदाधिकारी को अवगत कराते रहना।
होम आइसोलेशन में गए व्यक्ति को सेल्फ आइसोलेशन अंडरटेकिंग फॉर्म भरना।
इन परिस्थितियों में चिकित्सीय सलाह लेना जरूरी
यदि व्यक्ति को सांस लेने में अधिक तकलीफ़ हो रही हो, सीने में निरंतर दबाव या दर्द हो रहा हो। मानसिक संशय बढ़ रहा हो या सोचने में दिक्कत हो रही हो, यदि चेहरा या होंठ नीले पड़ रहे हो तब डॉक्टरों की सलाह आवश्यक है।