यहां इलाज के नाम पर निकाली गई किडनी, 24 घंटे शव को ऑक्सीजन देते रहे डॉक्टर

punjabkesari.in Monday, Sep 18, 2017 - 04:51 PM (IST)

लखनऊः आए दिन यूपी के अस्पतालों में लापरवाही के मामले आना आम बात हो गई है, लेकिन इस बार राजधानी के अस्पताल का एेसा मामला सर्खियां बटोर रहा है, जिसे सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। जहां अाए दिन मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करते डॉक्टर 24 घंटे तक एक शव को आक्सीजन देते रहे। हद तो तब हो गई, जब इलाज के बहाने मरीज की किडनी निकाल ली गई। जिसपर परिजनों ने जमकर हंगामा किया।

पेशेंट को वार्ड से बाहर निकाल दिया
दरअसल मामला मडियांव रोड स्थित न्यू यूनाइटेड अस्पताल का है। जहां चिनहार गांव का रहने वाले रामचंद्र के पेट में दर्द की शिकायत के बाद भर्ती करवाया गया था। डाक्टरों ने पहले ट्रीटमेंट के लिए 20 हजार रुपए फीस जमा करवाई। करीब 1 हफ्ते तक अस्पताल में मरीज का ट्रीटमेंट चला। इस दौरान परिजनों ने 50 हजार रुपए और जमा करवा लिए। रविवार सुबह अचानक डॉक्टरों ने पेशेंट को वार्ड से बाहर निकाल दिया। पूछने पर बताया गया कि उसकी मौत हो गई है।

मृतक की निकल ली किडनी
परिजनों ने आरोप लगाया है कि मृतक की किडनी निकल ली है। मृतक के बेटे नीरज का आरोप है, 'पिता के सीने में दर्द था। इलाज के बहाने किडनी के पास सर्जरी कर डाली। हालत बिगड़ने से उनकी मौत हुई है।' नीरज ने बताया कि रविवार सुबह करीब तीन बजे हालत गंभीर हुई और 4 बजे मौत हो गई। स्टाफ ने उन्हें आइसीयू में शिफ्ट कर दिया। किसी को अंदर नहीं जाने दिया गया। मौत के बाद भी ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा था। उधर, स्टाफ बकाया बिल जमा करने का दबाव बनाने लगा। इलाज के नाम पर करीब 70 हजार रुपए जमा कराए गए।

पुलिस जांच में जुटी
मृतक के परिवार के मुताबिक ट्रीटमेंट के चक्कर में उन्हें 2 बीघा जमीन भी बेचनी पड़ गई। इस दौरान वे अस्पताल प्रशासन से मरीज को शिफ्ट करने की गुहार लगाते रहे लेकिन उन्होंने रेफर नहीं किया। वहीं अस्पताल के डॉक्टर आर रमेश के मुताबिक, 'पेशेंट की डेथ इलाज में लापरवाही से नहीं हुई है। उसे लीवर सिरोसिस की बीमारी थी।' मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा। मामले में देर रात सीएमओ ने जांच लिए टीम गठित कर दी है।