हड्डी-मीट फैक्ट्रियों की लत से आदमखोर हुए कुत्ते, कई बेगुनाहों को उतारा मौत के घाट

punjabkesari.in Sunday, Jun 23, 2019 - 05:08 PM (IST)

संभलः संभल में आदमखोर कुत्तों की दहशत अब खौफ का पर्याय बन चुकी है। गली-गली घूम रहे इन आवारा आदमखोरों के चलते लोग घरों में कैद होने को मजबूर है। बच्चें घरों से बाहर खेलने नहीं जा रहे और किसान खेतों से जल्दी वापस घर लौट आते है। पिछले पांच महीने के आंकड़े देखें तो तस्वीर हर किसी के होश उड़ा देगी।

कई दर्जन लोगों पर हमला कर चुके आदमखोर पिछले दो साल में एक दर्जन से ज्यादा बच्चों को मौत के घाट उतार चुके है। हर दिन एक न एक शिकार होता है। लोगों पर हमला कर रहे इन आदमखोरों पर लगाम कैसे लगेगी इसकी जानकारी किसी को नहीं है।

जिले के चिम्यावली गांव मीट फैक्ट्री व हड्डी फैक्ट्रियों का गढ़ बन गया है। यहां पर हड्डी फैक्ट्रियों और मीट फैक्ट्रियों से निकलने वाली गंदगी से आसपास के जंगली कुत्ते आदमखोर हो चुके। जिसके चलते ये आदमखोर कुत्ते लगातार रुक-रुक कर मासूमों को गांव में अपना निवाला बना रहे हैं।

इसके बावजूद फैक्ट्रियों पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही हैं। गांव के अंदर कई बच्चियां कई बुजुर्ग महिलाएं ऐसी है जो सुनने और चलने तक को महरूम है, क्योंकि ये लोग भी आवारा कुत्तों का शिकार हुए है।

फैक्ट्री मालिकों के रसूक के चलते प्रसाशन इनके ऊपर कार्रवाई तो दूर निरीक्षण भी गोलमाल तरह से ही करता है। एक सप्ताह पूर्व प्रसाशन ने मीट फैक्ट्रियों पर छापेमारी की वो सिर्फ दिखावे मात्र।

वहीं प्रसाशन ने गांव के हाल नहीं जाने की किस तरह से ग्रामीण आदमखोर कुत्तों की दहशत के चलते डरे सहमे रहते हैं। मासूम घरों के बाहर निकलने से कतरा रहे हैं, गलियों में सन्नाटा पसर जाता हैं, यही वजह है कि ग्रामीण जब अपने खेतों में काम करने जा रहे हैं तो हाथों में डंडे ओर लाठियां लेकर जा रहे हैं, लेकिन इन गरीबों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।

Tamanna Bhardwaj