फिर दिखा आवारा कुत्तों का आतंक, KGMU कैंपस में 2 डॉक्टरों सहित 5 पर हमला कर किया घायल

punjabkesari.in Friday, May 12, 2023 - 09:33 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कुत्तों के हमले के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) परिसर के अंदर का है। जहां आवारा कुत्ते (Stray Dog) ने हमला कर 2 डॉक्टर (Doctor) और तीन अन्य को घायल (Injured) कर दिया। पिछले एक साल में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी में कुत्तों के हमले का यह 16वां बड़ा मामला था। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने लखनऊ नगर निगम (LMC) को सूचित किया, जिसने परिसर में एक टीम भेजी और पाया कि कुत्ते की मौत (Death) हो गई थी। हालांकि मौत का कारण अज्ञात है, अधिकारियों ने कहा कि कुत्ता रेबीज (Rabies) से पीड़ित था।

परिसर में रेडियोलॉजी विभाग के बाहर लोगों पर अचानक कुत्ते ने कर दिया हमला
मिली जानकारी के मुताबिक, केजीएमयू के अधिकारियों ने कहा कि परिसर में रेडियोलॉजी विभाग के बाहर लोगों पर अचानक कुत्ते ने हमला कर दिया और दो रेजिडेंट डॉक्टरों, दो पैरामेडिकल स्टाफ और एक मरीज के परिचारक को काट लिया। पीड़ितों, सुषमा यादव और संजय गुप्ता दोनों चिकित्सा कर्मियों को अन्य कर्मचारियों द्वारा बचाया गया और विश्वविद्यालय की संक्रमण निवारण इकाई में ले जाया गया, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार के साथ-साथ रेबीज और टीके के लिए एंटीबॉडी देने के बाद छुट्टी दे दी गई।

अचानक एक आवारा कुत्ता आया और मेरे दाहिने पैर पर काट लिया: पीड़िता
सुषमा यादव ने संवाददाताओं से कहा कि मैं रेडियो डायग्नोस्टिक विभाग से बाहर आ रही थी और अचानक एक आवारा कुत्ता आया और मेरे दाहिने पैर पर काट लिया। मैं जोर से चिल्लाई और चिल्लाने की कोशिश की, लेकिन इसने फिर से मेरे दाहिने हाथ पर हमला कर दिया। पीड़िता के दाहिने पैर में दो इंच लंबा खुला घाव था, जबकि संजय गुप्ता के बाएं पैर में एक इंच का घाव था। केजीएमयू के प्रवक्ता सुधीर सिंह ने कहा कि घटना के बाद मैंने एलएमसी को कुत्ते को पकड़ने के लिए कहा लेकिन टीम के आने से पहले ही वह मरा हुआ मिला।

'बीज कुत्तों को आक्रामक बना देती है और वे संक्रमित होने के एक सप्ताह के भीतर मर जाते हैं'
एलएमसी के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा ने कहा कि कुत्ता रेबीज से पीड़ित था। यह बीमारी कुत्तों को आक्रामक बना देती है और वे संक्रमित होने के एक सप्ताह के भीतर मर जाते हैं। शहर के पशुचिकित्सक ने भी कहा कि रेबीज ने कुत्ते को बेचैन, आक्रामक और खूंखार बना दिया है। पशु चिकित्सक डॉ. रजनीश चंद्रा ने कहा कि पीड़ितों को रेबीज के लिए एंटीबॉडी के साथ-साथ एंटी-रेबीज वैक्सीन देने की जरूरत है क्योंकि मनुष्यों में वायरस सीधे तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है जिससे पक्षाघात या मौत हो जाती है।

Content Editor

Anil Kapoor