AMU में धार्मिक नारा लगाने वाले युवक के पक्ष में आए डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क, बोले- यूनिवर्सिटी सेक्युलर है.... युवा को माफ कर दिया जाए

punjabkesari.in Saturday, Jan 28, 2023 - 04:35 PM (IST)

संभल: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अलीगढ़ (Aligarh) में गणतंत्र दिवस (Republic day) के समारोह के दौरान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) में धार्मिक नारा लगाने के मामले में युवाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। ये मामला काफी चर्चा में है। अब इस मामले में सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Burke) इस युवा के पक्ष में आए है। उन्होंने नारे लगाने वाले युवक का पक्ष लेते हुए कहा कि, उसे माफ कर देना चाहिए।



बता दें कि पश्चिम बंगाल के बीए प्रथम वर्ष के छात्र और एनसीसी कैडेट वहीद उज्ज्मा गणतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के समापन के बाद साथी कैडेट्स के बीच एएमयू जिंदाबाद, नारा-ए-तकबीर, अल्लाहू अकबर के नारे लगाने लगा। ‘डैमेज कंट्रोल’ करने की कवायद के तहत विश्वविद्यालय इंतजामिया ने आरोपी छात्र को निलंबित कर दिया है। इसी के चलते अब इस मामले में संभल से सपा सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क उस युवा के पक्ष में खड़े हुए हैं।

यह भी पढ़ेंः गणतंत्र दिवस पर AMU में छात्र द्वारा लगाए गए अल्लाहू अकबर के नारे, पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा

उन्होंने कहा कि जहां तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का ताल्लुक है। वह सेक्युलर है। सर सैय्यद अहमद ने बुनियाद डाली। आज हिंदू, मुसलमान भी इसमें पढते हैं। चाहे गणतंत्र दिवस, 15 अगस्त है, यह सभी मनाते हैं। यूनिवर्सिटी भी मनाती है। जिस युवक ने नारा लगाया उसने क्यों लगाया, मैं नहीं कह सकता है कि उसने यह क्यों किया है। उसे माफ कर दिया जाना चाहिए।



मेरी गुजारिश है कि उसे माफ किया जाए- डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क
डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि युवक ने अल्लाहू अकबर के जो नारे लगाए गए हैं। उसका मतलब है कि अल्लाह एक है। यह मजहबी नारा है। उसका मतलब कुछ लोग और लगा रहे हैं। हो सकता है उस युवक ने जोश में खुशी में यह नारा लगा दिया हो। लेकिन इसे गलत ढंग से देखने का कोई मतलब नहीं है। उसने क्यों यह नारा लगाया ये वो ही जाने। उससे गलती हुई, उसे इस गलती के लिए माफ कर देना चाहिए। उसने ऐसा कुछ तो नहीं कहा। नारा लगाया है। वह तो खुशी का है। उसने लगाया है वह गलत है। लेकिन मेरी गुजारिश है कि, उसे माफ किया जाना चाहिए। डा. बर्क ने कहा कि लड़के को समझा दिया जाना चाहिए। उसके लिए यही सजा है। 

Content Editor

Pooja Gill