काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के स्पर्श के लिए ड्रेस कोड हुआ लागू

punjabkesari.in Monday, Jan 13, 2020 - 12:49 PM (IST)

वाराणसीः बाबा विश्वनाथ के स्पर्श के लिए श्रद्धालुओं पर अब ड्रेस कोड लागू हो गया है। पुरुष को धोती-कुर्ता व महिलाओं को साड़ी पहनना पड़ेगा। मंदिर में मंगला आरती के बाद से मध्याह्न भोग आरती तक बाबा के दरस-परस यानी दर्शन और स्पर्श सुविधा मिलेगी।

बता दें कि ड्रेस कोड से इतर परिधान में सिर्फ दर्शन की ही सुविधा मिलेगी। श्रीकाशी विद्वत परिषद ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन को कुछ ऐसे ही सुझाव दिए हैं। धर्मार्थ कार्य-संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने विधिक प्रक्रिया पूरी कर इन्हें जल्द से जल्द लागू करने का निर्देश भी दे दिया है।

पैंट-शर्ट, जींस-टीशर्ट, सूट-टाई-कोर्ट पहनावे पर सिर्फ दर्शन की सुविधा दी जाएगी
दरअसल मंदिर में दर्शन-पूजन, पूजा पद्धति और कॉरिडोर क्षेत्र में मिले विग्रहों व मंदिरों के संयोजन के लिहाज से रविवार को कमिश्नरी सभागार में बैठक बुलाई गई थी। अध्यक्षता करते हुए मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने विद्वतजनों के समक्ष विचार के लिए दोनों प्रश्न रखे। विद्वानों ने एक मत से कहा कि बाबा का स्पर्श-दर्शन मध्याह्न आरती से पहले 11 बजे तक किया जा सकता है। इससे अधिक से अधिक श्रद्धालु बाबा का स्पर्श-दर्शन कर सकेंगे। लेकिन किसी विग्रह को स्पर्श करने के लिए एक प्रकार का वस्त्र तय होना आवश्यक है। इसमें पुरुषों को धोती-कुर्ता व महिलाओं को साड़ी पहनने का नियम बनना चाहिए। पैंट-शर्ट, जींस-टीशर्ट, सूट-टाई-कोर्ट आदि पहनावे पर सिर्फ दर्शन की सुविधा दी जा सकती है।

महाकाल ज्योतिर्लिंग समेत दक्षिण भारतीय मंदिरों का दिया हवाला
स्पर्श के लिए ड्रेस कोड का हवाला विद्वानों ने उज्जैन स्थित महाकाल ज्योतिर्लिंग समेत दक्षिण भारतीय मंदिरों का हवाला दिया। विद्वानों ने कहा कि महाकाल में भस्म आरती के समय स्पर्श करने वाले बिना सिले वस्त्र पहनते  हैं। अन्य सिर्फ दर्शन-पूजन कर पाते हैं।इससे भीड़ में भी अर्चक आसानी से पहचाने जा सकेंगे।

 


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Ajay kumar

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