बिकरू कांड: STF की मुठभेड़ में मारा गया दुबे का करीबी प्रभात उर्फ कार्तिकेय मिश्रा था नाबालिग

punjabkesari.in Wednesday, Jul 15, 2020 - 11:40 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी विकास दुबे की मौत के बाद एक के बाद खुलासे हो रहे हैं। बिकरू कांड के बाद विकास दुबे का करीबी कार्तिकेय उर्फ प्रभात मिश्रा की बहन हिमांशी ने दावा किया है कि उसका भाई नाबालिग था। हिमांशी ने बताया कि प्रभात उर्फ कार्तिकेय की उम्र मात्र 16 साल थी। वहीं उसने हाईस्कूल की मार्कशीट और आधार कार्ड भी दिखाया है, जिसमें उसकी जन्मतिथि 27 मई 2004 दर्ज है।

पुलिस ने बिना गलती के मेरे भाई को मारा: हिमांशी
बता दें कि प्रभात मिश्रा की बहन हिमांशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने बिना गलती के मेरे भाई को मार डाला। उधर, मेरे पिता को भी झूठा फंसाया गया है। हमारी फैमली में किसी का क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। जबकि तीन बार तलाशी के बाद भी पुलिस को हमारे घर से कुछ नहीं मिला।

प्रभात मिश्रा पुलिस टीम पर गोलियां बरसाने में था शामिल: पुलिस
वहीं पुलिस के मुताबिक प्रभात मिश्रा 2 जुलाई बिकरू गांव में पुलिस टीम पर गोलियां बरसाने में शामिल था। प्रभात  को फरीदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद उसे कोर्ट पेश कर के यूपी एसटीएफ ने ट्रांजिट रिमांड पर लिया था। यूपी एसटीएफ उसे रिमांड पर कानपुर ला रही थी। पनकी थाना क्षेत्र में गाड़ी ख़राब हो गई जिसका फायदा उठाते हुए प्रभात ने यूपी एसटीएफ के एक दरोगा की पिस्टल छिनकर भागने लगा। जब पुलिस ने उसे रोका तो उसने पुलिस परफायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस की तरफ से हुई जवाबी फायरिंग में प्रभात मिश्रा मारा गया।

राइट हैंड अमर दुबे के बाद प्रभात ही था विकास का करीबी
गौरतलब है कि हमीरपुर एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे के राइट हैंड अमर दुबे के बाद प्रभात ही उसका सबसे करीबी था। फरीदाबाद पुलिस ने उसके पास से पुलिस से लूटी गई चार पिस्टल और 44 कारतूस भी बरामद की थी। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि वारदात के बाद विकास दुबे के साथ अमर दुबे और वह पास के ही गांव शिवली में दो दिन तक रुके थे। इसके बाद वे ट्रक से फरीदाबाद पहुंचे थे।

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Umakant yadav