नदी में सेल्फी ले रहे छात्रों की टोली डूबी, 3 की मौत, 2 बाल-बाल बचे

punjabkesari.in Wednesday, Aug 09, 2017 - 02:51 PM (IST)

इलाहाबाद/प्रतापगढ़ः यूपी के प्रतापगढ़ जिले में बड़ा हादसा हुआ। यहां 5 दोस्तों को नदी में नहाते वक्त सेल्फी खींचना महंगा पड़ गया। पांचों दोस्त नदी के तेज बहाव में डूब गए। इस घटना में 3 की मौत हो गई जबकि 2 को बचा लिया गया।

3 दोस्तों ने ली जिंदगी की आखिरी सेल्फी 
दरअसल यह हादसा उस समय हुआ जब पिकनिक मनाने निकली पांच छात्रों की टोली धार्मिक स्थल शनिदेव धाम विश्वनाथगंज प्रतापगढ़ पहुंची थी। यहां सेल्फी के क्रेज में पांचों छात्र बकुलाही नदी में उतरे। सेल्फी लेने के दौरान ही वो गहरे पानी में चले गए। नदी का तेज बहाव उनके लिए खतरनाक साबित हुआ और मोबाइल में खींची उनकी सेल्फी जिंदगी की आखिरी सेल्फी साबित हुई।

इलाके में दहशत का माहौल
वहीं हादसे की सूचना फैलते ही भारी भीड़ जहां तमाशबीन बनी रही। पुलिस के आने के बाद इलाहाबाद से गोताखोर बुलाए गए। कई घंटे की जद्दोजहद के बाद तीनों छात्रों का शव बरामद किया जा सका। परिजनों ने पुलिस से शवों का पोस्टमॉर्टम न कराने का आग्रह किया और शव अपने घर ले गए। घटना के बाद गांव से लेकर पूरे इलाके में मातम का माहौल है।

रक्षाबंधन पर घूमने निकले थे 5 दोस्त
बता दें कि ये पांचों छात्र प्रतापगढ़ के ही रहने वाले हैं। परिजनों के मुताबिक पांचों छात्र 2 अलग-अलग स्कूलों में इंटर में पढ़ते हैं। जिनमें शिवांग सिंह, विजय और अवनीश तीनो ऐंजिलिस कॉलेज के छात्र थे। जबकि रौनक सिंह आत्रेय ऐकडमी और धनंजय सिंह सोमेनदर कॉलेज में पढ़ते हैं। सभी के बीच गहरी दोस्ती थी। रक्षाबंधन पर घर से सभी को खर्च के लिए पैसे मिले थे। पैसे का उपयोग करने के लिए सभी ने प्लान बनाया कि इलाहाबाद घूमने चलते हैं। पांचो ने इलाहाबाद जाने के लिए एक फोर व्हीलर कार बुक कर ली।

एक के बाद एक तीन छात्र डूबे 
वहीं घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि सभी लड़के बकुलाही नदी में जमकर मस्ती कर रहे थे। इस दौरान सभी मोबाइल पर सेल्फी लेने में कुछ ज्यादा ही मशगूल हो गए। बढ़िया बैकग्राउंड और ऐंगल के लिए वो धीरे-धीरे गहरे पानी में उतरते गए। कुछ देर बाद ग्रुप फोटो के लिए मोबाइल कार के ड्राइवर को दे दिया गया। ड्राइवर सभी की नहाते हुए वीडियो और फोटो बनाने लगा। थोड़ी देर बाद फोटो देखने के लिए विजय और धनंजय पानी से बाहर आए। इस दौरान शिवांग का पैर फिसला तो वो गहरे पानी में डूबने लगा। फिर एक दूसरे को बचाने में तीनों छात्र डूब गए। चीख-पुकार सुनकर राहगीर दौड़े। लेकिन किसी की हिम्मत पानी में उतरने की नहीं हुई।