फर्रूखाबाद: मेंटीनेंस के अभाव में शहर में लगे 55 वाटर कूलर खराब, राहगीरों की नहीं बुझ रही प्यास

punjabkesari.in Monday, May 09, 2022 - 04:56 PM (IST)

फर्रूखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद और फतेहगढ़ के आसपास के क्षेत्र में आप रह रहे है...या फिर जाते है और गर्मी के दिनों में आपको बहुत तेज प्यास लगती हो तो आप अपने पास पीने के पानी की व्यवस्था खुद कर लीजिए, क्योंकि अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही के चलते आपकी प्यास इनके प्याऊं और वाटर से बुझने वाली नहीं है। शुद्घ और ठंडा पानी मुहैया कराने के लिए आरओ प्लांट (पेयजल शुद्घीकरण यंत्र) एक साल ही प्यास बुझा सके। मौजूदा समय में सभी आरओ प्लांट बंद पड़े हैं। मशीनों में धूल जम गई है। अधिकतर प्लांटों में तो बिजली कनेक्शन तक नहीं हैं। फ्रिज भी खराब पड़े हैं। नगर पालिका परिषद ने नागरिकों को शीतल पेयजल उपलब्ध कराने के लिए शहर में 78 वाटर कूलर लगाए थे, जिसमें 55 कंडम हो गए। पालिका ने फिर 69.25 लाख की लागत से 50 वाटर कूलर लगाने के लिए टेंडर आमंत्रित किया है।

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दस वर्ष पहले नगर पालिका ने शहर में वाटर कूलर लगवाए थे। पांच साल तक फर्म को मेंटीनेंस करना था, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते वाटर कूलर खराब हो गए। बसपा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं पूर्व विधायक अनंत कुमार मिश्र अंटू ने सितंबर माह वर्ष 2011 में अपनी विधायक निधि से फर्रुखाबाद और फतेहगढ़ युग्म नगरों में करीब डेढ़ करोड़ की लागत से छह आरओ प्लांट लगवाए थे। प्लांट रोडवेज बस अड्डा परिसर, पशु चिकित्सालय बढ़पुर के पास, फतेहगढ़ जीजीआईसी कालेज के पास, लोहिया अस्पताल परिसर और लिंजीगंज अस्पताल परिसर फर्रुखाबाद में पैक्सफेड संस्था की ओर से लगवाए गए थे। करीब एक साल तक तो यह आरओ प्लांट चले, लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे कर यह सभी आरओ प्लांट देखरेख के अभाव में बंद हो गए।

प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने भी कोई ध्यान नहीं दिया। पशु चिकित्सालय के पास लगे आरओ प्लांट और रोडवेज परिसर में लगे आरओ प्लांट समेत अधिकतर प्लांटों में बिजली कनेक्शन तक नहीं हैं। मौजूदा समय में सभी आरओ प्लांट धूल फांक रहे है। हर बार गर्मियों के मौसम में आरओ प्लांट को चालू किए जाने की मांग सामाजिक संगठन करते हैं, अधिकारी दावा भी करते है, लेकिन धीरे-धीरे गर्मी का मौसम चला जाता और सर्दी का मौसम आने के बाद प्रशासन और जनप्रतिनिधि आरओ चलवाने के दावों को भूल जाते है। यहीं कारण है कि शहर में प्रमुख स्थानों पर लगे आरओ प्लांट प्यास बुझाने में सहयोगी साबित नहीं हो रहे है। स्थानीय निवासी बताते है  कि आरओ प्लांट मुश्किल से एक साल ही चला होगा। प्लांट को अगर चालू करवा दिया जाए तो गर्मी के मौसम में राहगीरों को पेयजल की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि फर्रुखाबाद-फतेहगढ़ मुख्यमार्ग पर आरओ प्लांट लगे होने से रोजाना हजारों लोग आवागमन करते हैं। गर्मी में बंद पड़े आरओ प्लांटों को ठीक करके चालू करवा दिए जाएं तो राहगीरों को काफी राहत मिलेगी।

शहर में वर्ष 2017 से पहले 78 वाटर कूलर लगाए गए थे। पालिका बोर्ड के वर्तमान कार्यकाल में एक भी वाटर कूलर नहीं लगा। पूर्व अधिशासी अधिकारी रश्मि भारती ने वाटर कूलर को अनुपयोगी बताकर मरम्मत कराने से मना कर दिया था। जब उन्होंने पालिका का चार्ज संभाला तो मरम्मत का टेंडर किया, लेकिन 23 वाटर कूलर ही ठीक हो पाए। 55 वाटर कूलर निष्प्रयोज्य हो चुके थे। सभी वाटर कूलर खुले में लगे हैं। घर की तरह उनका नियमित रखरखाव होना चाहिए। सर्दी में इसकी आवश्यकता नहीं होती इस कारण किसी ने ध्यान नहीं दिया। नागरिकों की मांग पर ही 50 वाटर कूलर लगाने के लिए टेंडर मांगा गया है।’


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Content Writer

Mamta Yadav

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