पत्नियों के एग्जाम देने के दौरान कुछ इस तरह से निभाई पतियों ने अपनी जिम्मेदारी

punjabkesari.in Thursday, May 04, 2017 - 09:18 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले में बीएड एंट्रेंस की परीक्षा के दौरान विवाहित महिलाएं भी एग्जाम देने पहुंची। कुछ महिलाएं एेसी भी थीं जिनकी गोद में छोटे-छोटे बच्चे थे। परीक्षा के दौरान बच्चों को अंदर नहीं ले जाया जा सकता था इसलिए बच्चों को संभालने की जिम्मेदारी महिलाएं ने अपनी पतियों को दे रखी थी और पतियों ने अपनी इस जिम्मेदारी को अच्छी तरह से निभाया। जब पत्नियां परीक्षा दें रही थीं तब पति बाहर बच्चों तो लोरियां सुनाते और दूध पिलाते नजर आए।

जानकारी के अनुसार बाराबंकी निवासी अजय गुप्ता की पत्नी कुसुम बीएड एंट्रेंस का एग्जाम देने लखनऊ के बाल विधा मन्दिर पहुंची। गोविंद ने बताया कि उनकी बेटी अभी बहुत छोटी है, इसलिए उसे पत्नी के साथ खुद आना पड़ा। जब तक वह एग्जाम देगी बेटी को मुझे ही देखना होगा।

हरदोई निवासी बंशीराम की बहू कविता बीएड एंट्रेंस का एग्जाम देने चारबाग के बाल विधा मंदिर पहुंची। उनके ससुर ने बताया की उनका बेटा किसी काम से बाहर गया हुआ है। बहू का एग्जाम था इसलिए आज उसे लेकर लखनऊ आना पड़ा है। वह अंदर एग्जाम दे रही है। मैं अपने पोते को संभाल रहा हूं।

वहीं, सीतापुर के रहने वाले देवेन्द्र यादव की पत्नी गीता देवी लखनऊ के गुरुनानक गर्ल्स इंटर कालेज में बीएड एग्जाम देने के लिए पहुंची। वीरेंद्र यादव का बेटा भी छोटा है। उन्होंने बताया कि बेटा छोटा होने की वजह से घर में किसी के पास नहीं रह सकता। उसे दूध भी पिलाना होता है। इसीलिए वह स्वयं आया है।