चुनाव आयोग राम मंदिर पर बयान देने वालो को भेजे जेल: नसीमुद्दीन सिद्दिकी

punjabkesari.in Wednesday, Feb 15, 2017 - 08:03 PM (IST)

फैजाबाद(अभिषेक सावंत ): विधानसभा चुनाव में धर्म जाति के आधार पर वोट की राजनीति ना करने पर सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने भले ही फैसला सुना दिया हो। लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में इन दिनों धर्म जाति तथा अयोध्या राम मंदिर मस्जिद को लेकर बयानबाजी जोरो पर है यह कहना है बसपा राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दिकी का। सद्दिकी फैजाबाद के बीकापुर विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के समर्थन में पहुचे। सद्दिकी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तखा प्रहार करते हुए कहा कि चाय बेचने वाले व्यक्ति अबतक 80 करोड़ के सूट पहन चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने प्रदेश की सपा सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश को भी आड़े हाथो लिया और कहा कि जो बाप का नहीं हो सका वो प्रदेश का क्या होगा।

चुनाव आयोग से अमित शाह को गिरफ्तार करने की अपील
सिद्दिकी ने अयोध्या राम मंदिर पर दिए गए बयानों पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को गिरफ्तार करने की अपील की,उन्होंने कहा कि जब कोर्ट ने धर्म जाति के आधार पर वोट ना मांगने का आदेश सुना दिया है तो फिर भाजपा के नेता राम मंदिर मस्जिद की बात क्यों करते है। उन्होंने कहा कि वह चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को राम मंदिर मुद्दे पर की गई बयानबाजी के आधार पर एफ आई आर दर्ज कर गिरफ्तार करें।

काम बोलता है तो कांग्रेस जैसे डूबते जहाज से गठबंधन क्यों
सिद्दिकी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा जो अपने बाप का नही हुआ वो आपका क्या होगा। शिवपाल यादव को बलि का बकरा बताते हुए उन्होंने कहा कि शिवपाल खेमा इनको हराने में जुटा है। उन्होंने कहा कि गठबंधन भी किया है तो कांग्रेस से जिसने हमें 400 से ज्यादा दंगे दिए व हमारी नौकरियों से हमें ही महरूम रखा। सिद्दकी ने कहा कि अगर काम बोलता है तो फिर कांग्रेस से गठबंधन करने की क्यों जरूरत पड़ गई कांग्रेस एक डूबता जहाज है।