शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही, आवारा जानवरों की गंदगी में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर बच्चे

punjabkesari.in Monday, Jan 07, 2019 - 11:47 AM (IST)

बुलंदशहरः योगी सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान के बारे में चाहे जितने दावे पेश कर ले, लेकिन उनके सारे दावे धरातल पर खोखले दिखते हैं। बुलंदशहर के लाल बहादुर शास्त्री प्राथमिक की बात करें तो यहां सफाई व्यवस्था बेहद खराब है। विद्यालय में चारों ओर गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। इतना ही नहीं स्कूल में चार दिवारी ना होने के कारण आवारा जानवर स्कूल में डेरा डाले हुए हैं।

ऐसे हालातों में बच्चे स्कूल में कैसे पढ़ेंगे। इतनी गंदगी में बच्चों के बीमार होने की भी डर है।

दरअसल, खुर्जा नगर क्षेत्र में स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय के जो हालात हैं, वह बद से बदतर हैं। यूं तो यहां बच्चे अध्ययन के लिए आते हैं, लेकिन कक्षा के चारों तरफ आमतौर पर जानवरों को घूमते रहते हैं। बच्चे के गंदगी के अंबार के बीच बैठ कर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।

इस बारे में प्रधानाचार्य शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं, लेकिन पढ़ने वाले बच्चों को जो दिक्कत होती है उसे शायद विभाग अभी तक समझने को तैयार नहीं है।

वहीं जब इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि 1971 से अब तक स्कूल के विकास के लिए कोई आर्थिक मदद नहीं दी गई है।

गंदगी का मुख्य कारण है कि स्कूल में चौकीदार व सफाई कर्मी भी तैनात नहीं है। जिसके चलते बाहर से लोग व आवारा जानवर आकर स्कूल परिसर में गंदगी करते हैं।

ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि जब शहरी क्षेत्र के सरकारी विद्यालय का यह हाल है तो बाकी की सूरत का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। फिलहाल पिछले लंबे समय से आश्वासन की घुट्टी पी पीकर इस विधालय का स्टाफ हार चुका है।

Tamanna Bhardwaj