शांतिपूर्वक मनाया गया ईद उल अजहा और सावन का अंतिम सोमवार

punjabkesari.in Tuesday, Aug 13, 2019 - 09:28 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में ईद उल अजहा के मौके पर लाखों मुसलमानों ने मस्जिदों में नमाज अदा की जबकि सावन का अंतिम सोमवार होने के कारण शिव मंदिरों में हिन्दू भक्तों का दर्शन के लिए जमावड़ा हुआ। राजधानी लखनऊ में मुसलमानों ने विभिन्न मस्जिदों में ईद की नमाज पढ़ी जबकि शिव मंदिरों में हिन्दू भक्तों की भारी भीड़ देखी गयी। 

राज्य सरकार ने मंदिरों और मस्जिदों के आसपास साफ-सफाई, जल की उपलब्धता और बिजली का मुकम्मल इंतजाम किया था। कई भीड़-भाड़ वाली जगहों पर यातायात को डाइवर्ट किया गया था। राज्य के जिलों से मिल रही खबरों के मुताबिक त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से निपट गया। शाम तक कहीं से किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं था। हालांकि, अलीगढ़ से खबर है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कश्मीरी छात्रों ने एएमयू गेस्ट हाउस में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल की ओर से आयोजित ईद की दावत का बहिष्कार किया। 

कश्मीरी युवकों ने कश्मीर घाटी में हाल के घटनाक्रम के प्रति विरोध दर्ज कराने के लिए यह बहिष्कार किया। एएमयू प्रशासन ने संपर्क करने पर बहिष्कार की पुष्टि करते हुए कहा कि कश्मीरी छात्रों का विश्वास बहाल करने के लिए हर कदम उठाए जा रहे हैं। केन्द्र सरकार की सलाह के अनुरूप उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के भी उपाय किए जा रहे हैं। कश्मीरी छात्रों ने सोशल मीडिया पर कहा कि ईद की दावत पर बुलाना अंतरराष्ट्रीय जनमत को गुमराह करने और केन्द्र सरकार के असंवैधानिक कदम से उत्पन्न मानवीय संकट से ध्यान बांटने का खोखला प्रयास है। 

कश्मीरी छात्रों का सोशल मीडिया पर लिखा यह पोस्ट वायरल हुआ है। इन छात्रों ने कहा कि कश्मीर घाटी में सप्ताह भर से अधिक समय हो गया, सभी संचार साधन बंद पडे़ हैं। उन्हें घाटी में अपने परिवार वालों का हालचाल नहीं मिल पा रहा है इसलिए त्यौहार मनाने का सवाल नहीं उठता। एएमयू में लगभग 1300 कश्मीरी छात्र पढ़ रहे हैं। उधर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। 

आनंदीबेन पटेल ने अपने बधाई सन्देश में कहा, ''ईद-उल-अजहा का पर्व त्याग और बलिदान के प्रति आदर व्यक्त करने वाला पर्व है। हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में मनाया जाने वाला पर्व वास्तव में ईश्वर की रजामंदी को प्राथमिकता देते हुए त्याग के मर्म को दर्शाता है।'' उन्होंने कहा, ''ऐसे पर्वों के माध्यम से खुशियाँ बांटने और दुःख कम करने की प्रेरणा लेनी चाहिए।'' योगी ने कहा, '''ईद-उल-अज़हा का त्यौहार सभी को मिल-जुल कर रहने तथा सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की प्रेरणा प्रदान करता है ।''

 

Ajay kumar