वृद्ध मां को था बुखार तो कलयुगी बेटे ने घर से निकाल दिया, कड़ी धूप में तड़पकर मौत

punjabkesari.in Monday, Apr 26, 2021 - 02:56 PM (IST)

कानपुरः  कोरोना संकट के भयावह दौर में कई ऐसे किस्से सुनने व देखने को मिले की लगा हां इंसानियत जिंदा है और मिसाल बनकर काम कर रही है। वहीं दूसरी ओर क्रूर खबरें भी छाई रहीं जिससे विश्वास हो गया कि भले ही आज के दौर में इंसानियत जिंदा है मगर वो शायद वेंटिलेटर पर है। लिहाजा ममता, दया जैसे शब्द ही बेकार हो गए हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर का है। जहां महज कोरोना संक्रमित होने के शक में कलयुगी बेटे ने मां को घर से निकाल दिया। इसके बाद कड़ी धूप में घंटों तड़पने के बाद वृद्धा की मौत हो गई।

दरअसल 62 साल की बुजुर्ग महिला के पति श्याम यादव लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से रिटायर्ड थे और कुछ दिनों पहले ही उनकी मौत हो गई थी। जिसके बाद वह अपने बेटे के साथ रह रही थीं। पिछले कई दिनों से राज लक्ष्मी को बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। ऐसे में बेटे को मां के कोरोना संक्रमित होने का शक हुआ तो कलयुगी उनसे पीछा छूड़ाने का रास्ता ढूंढ लिया। उसने मां को अपनी बहन के घर के बाहर चकेरी के ताड़बंगलिया इलाके में छोड़ दिया। उधर बेटी और दामाद भी बुजुर्ग को लेकर उदासीन दिखे और उन्होंने न तो उनका ईलाज कराया और न हीं नौ महीने कोख में रखने वाली मां को अपने घर में जगह दी।

आगे बता दें कि शारीरिक रूप से लाचार मां सड़क किनारे लेट गयी। मगर उसका शरीर तेज तपती धूप व रोग को ज्यादा देर तक बर्दाश्त नहीं कर सका और हालत खराब होने पर स्थानीय लोगों ने उसका वीडियो वायरल किया तो पुलिस मौके पर पहुंची।  चकेरी पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर महिला को हैलट अस्पताल भिजवाया, जहां महिला ने दम तोड़ दिया।

इस बाबत डीसीपी अनूप कुमार ने बताया कि बेटे ने घर से बुजुर्ग महिला को बाहर निकाल दिया था जिसके बाद उसके सड़क किनारे लेटे होने की जानकारी होने पर पुलिस ने उसे उर्सला अस्पताल में एडमिट कराया, जहां इलाज के दौरान बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया। घर से निकालने वाले बेटे के उचित धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटनाएं वास्तव में सवालों के किताब छोड़ जाते हैं कि बच्चों की दुनिया सजाने वाले मां-बाप भी संतान की स्वार्थीपन की चपेट में आ रहे हैं।

 

Content Writer

Moulshree Tripathi