अधिकारियों ने कर दिया ''मुर्दा'' घोषित, अब खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रही बुजुर्ग विधवा

punjabkesari.in Tuesday, Dec 06, 2022 - 03:43 PM (IST)

अमरोहा(मोहम्मद आसिफ): उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिला में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां एक महिला खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रही है। विधवा महिला को बिना जांच के ही अधिकारियों ने कागजों में मृत घोषित कर दिया, जिससे परेशान होकर अब महिला खुद को जिंदा साबित करने के लिए इधर-उधर भटक रही है। महिला को 2 साल पहले कागजों में मृत घोषित  कर उनकी विधवा पेंशन बंद कर दी गई थी।

सिस्टम, अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही का शिकार हुई विधवा महिला
जानकारी मुताबिक पूरा मामला अमरोहा जनपद के तहसील धनोरा के गनरौला के मोहल्ला गंगानगर का है। जहां की निवासी कमलेश देवी सिस्टम की लापरवाही और अधिकारी एवं कर्मचारियों की अनदेखी की शिकार हैं। बीमारी के कारण उनके पति की वर्षों पहले मौत हो गई थी, जिसके बाद उनकी विधवा पेंशन शुरू हो गई। जिससे उनका गुजारा चल रहा था। मगर बिना जांच किए ही 2 साल पूर्व उनकी पेंशन को बंद कर दिया गया। कई महीने तक पेंशन नहीं आने के कारण उनके सामने आर्थिक समस्या खड़ी हो गई।

2 साल से खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही महिला
बताया जा रहा है कि इसके बाद विधवा महिला ब्लॉक कार्यालय में गईं। यहां बताया गया कि रिकॉर्ड के मुताबिक उनकी मौत हो चुकी है। इस कारण उनकी पेंशन बंद की गई है। इसके बाद महिला ने धनौरा में आयोजित तहसील दिवस में भी गुहार लगाई, मगर यहां भी उसकी फरियाद नहीं सुनी गई। विकास भवन में भी समाज कल्याण अधिकारी से लेकर अन्य अफसरों के यहां फरियाद लगाई। कहीं भी उनकी फरियाद को गंभीरता से नहीं लिया गया। वह दो साल से खुद को जीवित सिद्ध करने के लिए तमाम अधिकारी व कर्मचारियों के चक्कर लगा रही हैं।अब अमरोहा के समाज कल्याण अधिकारी आशीष कुमार ने बताया है कि मामला मेरे संज्ञान में आया है और इसकी पूरी जांच कराई जा रही है।

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Anil Kapoor