शीतकालीन सत्र: बिजली के मुद्दे ने दूसरे दिन भी बाधित की यूपी विधानसभा की कार्यवाही

punjabkesari.in Friday, Dec 15, 2017 - 03:54 PM (IST)

लखनऊ: बिजली दरों में बढ़ोत्तरी वापस लेने की मांग पर अड़े विपक्ष के कड़े रवैये के चलते यूपी राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही लगातार दूसरे दिन भी बाधित रही। नेता विपक्ष और समाजवादी पार्टी (सपा) सदस्य रामगोविंद चौधरी और अन्य ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इस मुद्दे को जोरशोर से उछाला।

चौधरी ने आरोप लगाया कि आम आदमी की जेब से जुड़े इस संवेदनशील मुद्दे पर सरकार बहस करने से बच रही है। बिजली दरों में वृद्धि की मांग को लेकर सदस्यों के हंगामे के कारण दूसरे दिन भी प्रश्नकाल नहीं चल सका। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इस मसले पर सदस्यों को समझाने की कोशिश की मगर सपा सदस्य वेल पर आकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाद में स्थगित कर दी गई।

बाद में अध्यक्ष ने एक बार फिर विपक्ष को शांत करने की कोशिश की और यहां तक कि प्रश्नकाल के बाद इस मुद्दे को उठाने का आश्वासन दिया, लेकिन विपक्ष ने एेसा करने से इनकार कर दिया। भाजपा के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं है और यही कारण है कि वे बेवजह सदन की कार्यवाही में अड़ंगा लगा रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली दरों में मामूली बढ़ोत्तरी की गई है और यह पहली बार नहीं है कि जब बिजली की कीमतें बढ़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार अब भी 3.74 रूपए प्रति यूनिट की रियायत दे रही है।

उन्होंने दावा किया कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद राज्य में बिजली की हालत में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विपक्ष सदन की कार्यवाही बाधित करने पर अड़ा हुआ है।