8 वर्ष बाद भी बदहाली के आंसू बहा रहा निर्भया का गाँव

punjabkesari.in Friday, Jan 10, 2020 - 04:48 PM (IST)

बलिया: निर्भया कांड में भले ही 8 वर्ष बाद मृतका के परिजनों को न्याय मिला हो लेकिन उनका गांव आज भी बदहाली के आंसू बहा रहा है। ये गांव उत्तर प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था की कहानी भी बयां कर रहा है। 

16 दिसम्बर 2012 में निर्भया के मरने के बाद बलिया का मेंड़वरा गांव देश के सुर्खियों में आ गया। देश ही नहीं विदेशी मीडिया के भी लोग इस गांव में पहुँच गए। जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर स्थित गड्ढों में तब्दील सड़क से मेंड़वरा गांव के लिए जाना आसान नहीं था। सुबिधा विहीन गांव में मीडिया के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुँचे थे और गांव में निर्भया के इच्छानुसार गांव के चौमुखी विकास का वादा भी किया था। गांव के विकास के लिए पैसे भी अवमुक्त होने लगे पर विकास उसी चौराहे पर खड़ा होकर नजरें झुकाए सिस्टम के कोड़े सहने को मजबूर रहा।

आधा पूरे-आधे अधूरे काम से गांव की हालत जस की तस
मेंड़वरा गांव में विकास की बात करें तो यहां आधा काम पूरे और आधे काम अधूरे ही हैं। गांव में हॉस्पिटल बना लेकिन आधा अधूरा। सड़क बनी लेकिन वैसी की वैसी है। 1 करोड़ की लागत से आरसीसी रोड बनी पर 17 दिन में ही टूट गयी। बात करें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट शौचालय निर्माण की तो गांव में 230 शौचालय के पैसे भी आवंटित हो गए लेकिन जमीन पर एक भी नहीं बना। 

गांव का वह विद्यालय जहाँ कभी निर्भया का बचपना गुजरा वह आज भी निर्भया के गांव के विकास की कहानी बयां कर रहा है। मैने गांव में निर्भया के दादा लालजी सिंह सेवानिवृत्त शिक्षक से बात की तो गांव के विकास और भ्रष्टाचार की कहानी बयां किये। पी.डब्लू.डी. ने सड़क बनाई,स्वास्थ्य विभाग का हॉस्पिटल बना, जिला पंचायत ने आरसीसी रोड बनाया लेकिन ये कार्य लोकार्पण से पहले ही दम तोड़ दिए। लोकार्पण के शिलापट्ट कि धुंधली तस्वीर खुलकर बोल रही हैं। शिलापट्ट लगाने से पहले ही सच्चाई मिटा दी गयी।

हॉस्पिटल की हालत इतनी दयनीय-निर्भया के दादा 
निर्भया के दादा ने बताया कि हॉस्पिटल की हालत इतनी दयनीय है कि जानवर भी नहीं रहेगा आदमी की बात छोड़ दीजिए। हॉस्पिटल में 6 महीने से डॉक्टर की तैनाती हुई है आपने देखा है के सवाल पर निर्भया के दादा ने बताया कि हमने कभी नहीं देखा है। इस गांव कोई भी काम आता है तो निर्भया परिवार के किसी भी सदस्य को पता ही नहीं चलता है। 

गौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के चारों दोषियों फांसी की सजा सुनाई है।अगर मामले में सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति दया नहीं दिखाते हैं तो इन सभी को 22 जनवरी सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी। 

Ajay kumar