काशी-मथुरा में भी मंदिर बन जाए तो हम सब कुछ भूलने को तैयार हैं: सुब्रह्मण्यम स्वामी

punjabkesari.in Tuesday, Dec 03, 2019 - 02:43 PM (IST)

प्रयागराज: अयोध्या विवाद का फैसला सुप्रीम कोर्ट से राम मंदिर के पक्ष में आने के बाद काशी और मथुरा को भी मुक्त कराने को लेकर बहस तेज हो गई है। दरअसल डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी रविवार को अरुंधती वशिष्ठ अनुसंधान पीठ की ओर से प्रयागराज के मोती लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित अशोक सिंघल स्मृति व्याख्यान में शिरकत करने पहुंचे थे। जहां उन्होंने कहा कि देश में मुगलकाल में बहुत से मंदिर तोड़े गए हैं, लेकिन अयोध्या के बाद काशी और मथुरा में अगर मंदिर बन जाए तो हम सब कुछ भूलने को तैयार हैं।

बता दें कि बीजेपी से राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने प्रयागराज में केंद्र सरकार से सीधा सवाल पूछ लिया है कि राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर और कृष्ण जन्मभूमि को लेकर सरकार की क्या नीति है। उन्होंने सवाल दोहराते हुए कहा है कि क्या केंद्र सरकार काशी और मथुरा की जमीनों का राष्ट्रीयकरण कर सकती है? हालांकि इसके लिए देश में सही माहौल बनाना होगा और उचित मुआवजा भी देना होगा।

अयोध्या में .31 एकड़ जमीन को लेकर ही था विवाद: स्वामी
डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि, ‘सुन्नी वक्फ बोर्ड को मैं बार-बार कहता था कि क्यों मुकदमा लड़ रहे हो? अयोध्या में विवादित भूमि का केंद्र सरकार राष्ट्रीयकरण कर देगी। व्याख्यान की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने 1951 में कानून बनाया था कि सरकार राष्ट्रहित में किसी भी जमीन का राष्ट्रीयकरण कर सकती है और किसी को दे भी सकती है और देश की आजादी की लड़ाई में पूरा योगदान हिंदुओं का ही था। साथ ही उन्होंने कहा है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद की .31 एकड़ जमीन को लेकर ही विवाद था। बाकी जमीन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार को कहा था कि उसे अधिग्रहीत कर सकती है और जिसे चाहे, दे भी सकती है।

आवश्यकता है, हिंदुओं के पुर्नउत्थान की
डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि हिंदुओं के पुर्नउत्थान की आवश्यकता है और संस्कृत भाषा को दोबारा स्थापित करने की भी जरुरत है क्योंकि संस्कृत सभी भाषाओं को जोड़ने वाली भाषा है। हर भाषा में संस्कृत के शब्द हैं. संस्कृत भाषा का जानबूझकर मुग़लों और अंग्रेजों ने नुकसान किया है।

 

Ajay kumar