BJP के झूठे वादे से समाज का हर वर्ग परेशान: अखिलेश का सवाल- भाजपा सरकार MSP का बहाना क्यों करती है?

punjabkesari.in Friday, May 19, 2023 - 09:22 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) सत्ता में आने के बाद सिर्फ झूठे वादे कर रही है जिससे समाज का हर वर्ग परेशान है। किसान (Farmer) और गरीब सभी महंगाई की मार झेल रहे हैं। भाजपा की केन्द्र और राज्य की डबल इंजन सरकारें जनता को सिर्फ झूठे आश्वासन दे रही हैं। जनता अब समझ चुकी है और वह भाजपा के बहकावे में आने वाली नहीं है। परेशान जनता अब बस चंद महीनों के बाद ही होने वाले 2024 के लोकसभा (Lok Sabha) चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर करने का इंतजाम कर रही है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि जैसे ही चुनाव समाप्त हुए खाद्य सामग्री लोगों की पहुंच से बाहर होने लगी है। अरहर की दाल 30 रूपये महंगी हो गई। बेसन, चीनी, रसोई गैस के भी दाम बढ़ गये। किसान को फसल की लागत भी नहीं मिल रही है जबकि खाद, बीज, कीटनाशक आदि के दाम बढ़ रहे हैं। अब लोग क्या करें? कैसे अपनी जिंदगी चलायें? यादव ने कहा कि किसान की तो बहुत ही दुर्दशा है। खेती-किसानी अब मुनाफे का धंधा नहीं रह गयी है। हमेशा वह घाटे में ही रहती है। भाजपा सरकार एमएसपी का बहाना क्यों करती है? जबकि किसानों को उसकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) कभी नहीं मिला है। गेहूं, धान के क्रय केन्द्रों पर किसान की फसल की खरीद में तमाम अड़चने लगाई जाती है। घटतौली, समय से भुगतान न होने की शिकायतें आम हैं। क्रय केन्द्रों की अव्यवस्था के चलते निराश किसान अपनी फसल को बिचौलियों के हाथ औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हो जाता है। भाजपा सरकार द्वारा इस बार लक्ष्य से भी कम गेहूं की खरीद की गई है।

उन्होंने कहा कि यहीं नहीं, किसान को अनावृष्टि, ओले से क्षति भी झेलनी पड़ती है। खेत, खलिहानों में अग्निकांड की भी घटनाएं होती हैं। किसान की इस तबाही में राहत के नाम पर भाजपा सरकार सिर्फ फरेब करती है। किसान को समय से मुआवजा देने के बजाय वह सर्वे करने का नाटक करती है जबकि हालात से मजबूर किसान आत्महत्या कर रहा है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा के छल-छद्म का हाल इससे बुरा क्या होगा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र के वादों का भी ख्याल नहीं किया। किसानों की आय 2022 तक दुगना करने के वायदे का क्या हुआ? सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। गन्ना किसानों के भुगतान का भी वादा भाजपा ने भुला दिया।

भाजपा सरकार की नीतियां पूंजीपतियों के स्वार्थ साधन के लिए बनती है
अखिलेश ने कहा कि दरअसल भाजपा सरकार गरीबों, किसानों की हितैषी नहीं है। भाजपा सरकार पूंजीपतियों की सरकार है। भाजपा सरकार की नीतियां पूंजीपतियों के स्वार्थ साधन के लिए बनती है। भाजपा सरकार ने तीन काले कृषि कानून बनाकर पूंजीपतियों के हित साधन का कार्य किया था जिसे किसान आंदोलन के चलते वापस लेना पड़ा। भाजपा सरकार का गरीबों, किसानों से कोई सरोकार नहीं है। गरीब और किसान ही अब भाजपा सरकार को उसकी सारी चालाकियों के बावजूद जमीन पर धूल चटाएगा।

Content Writer

Mamta Yadav