जीती तो हर किसी के पास होगा रोजगार: भवानी मां

punjabkesari.in Wednesday, Apr 03, 2019 - 06:13 PM (IST)

प्रयागराजः देश को दो प्रधानमंत्री देने वाले अति प्रतिष्ठित संसदीय क्षेत्रों में शुमार इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र की एकमात्र किन्नर प्रत्याशी भवानी मां का राजनीति में आने का मकसद देश को बेरोजागारी के दंश से निजात दिलाने का है। आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट पर इलाहाबाद (प्रयागराज ) से चुनावी मैदान पर डटी किन्नर अखाड़े की उत्तर भारत की महामण्डलेश्वर मां भवानी नाथ वाल्मिकि ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा,‘‘ मैं किसी को हराने नहीं आयी हूं। मैं जीतने आयी हूं। हमारा मुद्दा बेरोजगारी है। मैं चाहती हूं मेरे संसदीय क्षेत्र के युवाओं को नौकरी और रोजगार के अवसर यहीं उपलब्ध हों। बेरोजगारों को अपने शहर में ही रोजगार और नौकरी के अवसर उपलब्ध कराना ही प्राथमिकता होगी।’’

उन्होने कहा ‘‘ मेरा मुकाबला यहां किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं बल्कि बेरोजगारी से है। बेरोजगारी को समाप्त कर किसी प्रकार यहां के लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस क्षेत्र के आस-पास उद्योग स्थापित किये जाएं और बन्द उद्योग को पुन: चालू कराने का प्रयास करूंगी। मैं अपने वचनों से कभी पीछे नहीं हटूंगी।’’

महामण्डलेश्वर ने कहा कि यहां मरीजों के उपचार के लिए अस्पताल और शिक्षा की सबसे बड़ी समस्या है। पूरब का आक्सफोर्ड कहा जाने वाला इलाहाबाद विश्वविद्यालय को आईएएस और आईपीएस की नर्सरी कहा जाता था। क्या कारण है कि इस नामचीन शिक्षण संस्थान से पढ़कर निकलने वाले छात्रों को नौकरियों के लिए अदालतों के चक्कर काटने पड रहे हैं। धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। इस समस्या का दूर करना होगा, मरीजों के बेहतर उपचार के लिए अस्पताल के साथ समुचित व्यवस्था लागू करनी होगी।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रयागराज के लोगों ने जिस विश्वास के साथ देवत्व यात्रा (पेशवाई) में लाखों की संख्यों में उपस्थित होकर किन्नर को अपना बना कर जो सम्मान दिया उसकी आजीवन कर्जदार रहूंगी। आप पार्टी ने उस ऋण को चुकाने का एक अवसर दिया है तो मैं उस पर खरी उतरना चाहती हूं। सांसद निधि की अपनी सीमा जरूर होती है लेकिन काम करने की सच्ची भावना हो तो राहें अपने आप आसान बनती हैं।’’

आप प्रत्याशी ने कहा कि आप पार्टी में आने से पहले भी किन्नर अखाड़े की महामण्डलेश्वर हूं और समाज के लिए दुआ कर रही हूं, सांसद बनूंगी तब भी दुआ करूंगी और पराजित होती हूं तब भी महामण्डलेश्वर रहूंगी और दुआ करूंगी। धर्म का साथ तो नहीं छोड़ रही हूं। उन्होने कहा कि आप एक परिवार पालते हो, हम किन्नर हैं, पूरा समाज हमारा परिवार है, मुझे एक दायरे में नहीं रहना, अगर मुझे दुआ देने का हक है तो उन्हे सुविधा भी दिलवाने का हक बनता है।






 

Tamanna Bhardwaj