मौर्य के पिता ने कड़े संघर्षों का सामना कर केशव समेत 6 बच्चों का संवारा जीवन

punjabkesari.in Sunday, Oct 07, 2018 - 02:34 PM (IST)

कौशाम्बी: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पिता श्यामलाल मौर्य ने कड़े संघर्षो का सामना कर अपने 6 बच्चों के जीवन को संवारा और उन्हें सत्य के रास्ते पर चलने की सीख दी। श्यामलाल मौर्य का शनिवार को लखनऊ के राममनोहर लोहिया संस्थान में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।

श्यामलाल का जीवन बहुत ही संघर्ष में बीता। 6 बच्चों एवं पत्नी के साथ उन्होंने सिराथू नगर पंचायत के 2 कमरों के अलावा छप्परनुमा आवास में रहकर जीवन यापन की शुरुआत की। खेती कम होने के कारण जीविका चलाने के लिए अतिरिक्त आय अर्जित करने के उद्देश्य से 80 के दशक में श्यामलाल ने मंझनपुर मुख्यालय जाने वाली सड़क के किनारे सिराथू विकास खंड कार्यालय के पास छप्पर डालकर चाय की दुकान खोल ली। उस समय आज के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की उम्र महज 18 वर्ष थी।

आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण केशव भी चाय की दुकान में अपने पिता का हाथ बंटाते रहे। इसी बीच केशव भाजपा के स्थानीय नेता डॉ. बद्री विशाल के संपर्क में आए और स्थानीय कुछ पत्रकारों के साथ भी कुछ पल बिताने का अवसर मिलता रहा।  सिराथू में लगने वाले स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में केशव का आना जाना शुरू हुआ तो हिंदुत्व की भावना जागृत हुई और यहां से केशव में राजनीतिक आकांक्षा जागृत हो गई तो विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय प्रचारक के रूप में 1992 में इलाहाबाद शहर चले गए एवं वहां संगठन के कार्य में लग गए। 2012 में पहली बार सिराथू से भाजपा विधायक चुने गए। एक साल बाद फूलपुर क्षेत्र से सांसद चुन लिए गए और 2017 के विधानसभा चुनाव में इन के प्रदेश अध्यक्ष रहते लड़ा गया जिसमें 325 सीट पाकर भाजपा सूबे में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई तो केशव प्रसाद को डिप्टी सीएम का ओहदा मिल गया।

Anil Kapoor