आस्था या आडम्बर: भगवान शिव मिलने के लिए बुला रहे हैं... कहकर महिला ने घर की चौखट पर ली समाधि
punjabkesari.in Wednesday, Feb 10, 2021 - 07:53 PM (IST)
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में भगवान की आस्था के नाम पर समाधि लेने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां अंधविश्वास और आस्था के बीच फसी एक महिला ने भगवान शिव से मिलने की चाह में जिंदा ही समाधि ले ली। अंधविश्वास इतना प्रचंड रहा कि ग्रामीणों ने महिला को मना करने के बजाय उसे समाधि दिलवा दी और गांव की महिलाएं ढोलक बजाकर भजन करती हुई नजर आई। महिला के समाधि लेने के बाद उसे देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जमा हो गए।
पूरा मामला कानपुर के घाटमपुर के सजेती थाना क्षेत्र के मढ़ा गाँव का है, जहां गया श्री नामक महिला ने आस्था के नाम पर आज 48 घन्टों के लिए जिंदा समाधि ले ली और अचरज की बात ये है कि परिजन और ग्रामीण गयाश्री को मना करने के बजाय उसे समर्थन करते हुए नज़र आए। गयाश्री के समाधि लेने की वजह की बात की जाए तो पति रामसजीवन ने बताया गयाश्री पिछले पांच वर्षों से भगवान शिव की भक्ति में लीन हैं। उन्होंने बताया कि भगवान शिव गयाश्री को साक्षात दर्शन देते है और भगवान ने ही उसे समाधि लेने के लिए कहा, जिसपर गया श्री ने समाधि ले ली।
वहीं गयाश्री के पुत्र अरविंद और पुत्री सुमित्रा ने बताया कि उनकी मां पिछले कई वर्षों से भगवान शिव की तपस्या कर रही थी एक दिन अचानक भोलेनाथ सामने प्रकट हुए और समाधि लेने को कहा और माँ ने भगवान के आदेश का पालन करते हुए समाधि ले ली।
कहने को तो आज हम 21वीं सदी में जी रहे है और हम आधुनिक युग में प्रवेश कर रहे है, लेकिन हमे अभी तक अपने आसपास हो रही कई घटनाओं व क्रियाओ को देखकर कई बार शंका होने लगती है कि क्या हम वाकई आधुनिक बन पा रहे है? हम किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठा रहे बस आपको आस्था और अंधविश्वास के बीच का अंतर पहचानने के प्रति जागरूक कर रहे हैं।