आस्था या अंधविश्वास! कृष्ण के अनुष्ठान में पुजारी ने खौलते दूध से किया स्नान

punjabkesari.in Wednesday, Oct 30, 2019 - 01:24 PM (IST)

सोनभद्र: भारतीय परंपराओं में न जाने ऐसे कितने रीति-रीवाज और अनुष्ठान हैं। जिसमें आस्था या फिर अंधविश्वास का अंतर कर पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही एक प्राचीन अनुष्ठान यूपी के जनपद सोनभद्र में गोबर्धन पूजा के दौरान देखने को मिला है। आस्था के नाम पर इन्सान मुस्किल से मुस्किल काम को अंजाम दे देता है, जिसकी कल्पना मात्र से ही लोगों की रूह कांप जाया करती है। इस पूजा को करने वाले बाबा न केवल खौलते हुए दूध से नहाये बल्कि हवन कुंड कि जलती हुई आग में भी अपने आप को झोंक दिया। बाबा ने न केवल अपने ऊपर गर्म दूध डाला बल्कि पूजा करने वाले लोग और अन्य लोगों की आंखों में भी गर्म दूध डाला लेकिन किसी की आंख नहीं जली और लोगों ने यह माना कि यह भक्ति की शक्ति है। जिससे खौलता हुआ दूध भी आंखों को ठंडा महसूस होता है। इसके साथ ही बाबा राजेंद्र ने इस वर्ष के मौसम से जुड़ी भविष्यवाणी भी की।

जानकारी मुताबिक जिला सोनभद्र के मारकुंडी में यदुवंसियों द्वारा विगत कई वर्षों से आयोजित होने वाले गोबर्धन पूजा का आयोजन हुआ।  इस दौरान पूजा करने वाले राजेन्द्र बाबा ने खौलते दूध से स्नान किया। इतना ही नहीं हवन कुंड कि जलती हुई आग में भी लेट गए। वहीं खौलते दूध और आग के ऊपर लेटने को लेकर बाबा ने बताया कि यह भगवान श्रीकृष्ण कि कृपा है।

वहीं मीडिया से बात-चीत करते हुए बाबा ने बताया कि भगवान कृष्ण की कृपा के कारण ही ये सारी भविष्य वाणी करते हैं। जिसे मात्र पूजा के दौरान ही किया करते हैं।

यह कोई अंध विश्वास नहीं बल्कि पूजा की शक्ति: श्रद्धालु कमलेश
इतना ही नहीं बाबा ने गर्म दूध अपने हाथों में लेकर पूजा में शामिल होने वाले लोगों के हाथों पर आंखों में और पीठ पर डाला। लेकिन लोगों का कहना है कि इस गर्म दूध से लोगों को कोई दिक्कत नहीं हुई बल्कि गर्म दूध आंखों में पड़ने के बाद ठंडक सा महसूस हुआ। वहीं श्रद्धालुओं का मानना है कि यह कोई अंध विश्वास नहीं बल्कि पूजा की शक्ति और भगवान कृष्ण की भक्ति के कारण हुआ है।
 

Ajay kumar