गुमनामी बाबा के बक्से से मिला नेताजी का चश्मा (Pics)
punjabkesari.in Thursday, Mar 17, 2016 - 05:36 PM (IST)

फैजाबाद: उत्तर प्रदेश में फैजाबाद के कलेक्ट्रेट कोषागार में रखे गए गुमनामी बाबा उर्फ भगवानजी के बक्से में रखे सामान की जांच के दौरान गोल फ्रेम के चार चश्मे मिले। जानकारी के अनुसार न्यायमूर्ति एम.के. मुखर्जी आयोग के समक्ष पेश करने के बाद रखे गए बक्सों में मौजूद सामान की बनाई गई सूची में गोल फ्रेम के चार चश्मे, पेपर कटिंग और नेता सुभाषचन्द्र बोस के परिवार के फोटो भी मिले हैं।
उन्होंने बताया मुखर्जी आयोग द्वारा रखे गए बक्से से मिले सबूत दर्शाते हैं कि गुमनामी बाबा उर्फ भगवानजी का पहला पड़ाव नेपाल सीमा पर किसी गांव में बनाया था। संभवत: यह गांव शोलापुरी था। इसके बाद सीतापुर के नैमिषारण्य में उन्होने अपना अगला ठिकाना बनाया था । बाद में वह अयोध्या से करीब 50 किलोमीटर दूर बस्ती जिले के एक गांव चले गए और फिर वहां से अगला पड़ाव अयोध्या का लखनऊवा मंदिर और अंतिम पड़ाव फैजाबाद के सिविल लाइन्स स्थित रामभवन में रहा।
गुमनामी बाबा ने सदैव अपने चेहरे को छिपाए रखा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनके बक्से से रोलेक्स ओर ओमेगा कलाई की घडियां और आकर्षित करने वाली क्रोनोमीटर है। यह लॉकेट घड़ी उसी तरह है जैसे गांधी जी कमर में लटकाते थे। छोटे-छोटे पत्र तो काफी मात्रा में मिले हैं जो बंगला भाषा में हैं। पेपर की कटिंग भी काफी संख्या में हैं।
उन्होंने बताया मुखर्जी आयोग द्वारा रखे गए बक्से से मिले सबूत दर्शाते हैं कि गुमनामी बाबा उर्फ भगवानजी का पहला पड़ाव नेपाल सीमा पर किसी गांव में बनाया था। संभवत: यह गांव शोलापुरी था। इसके बाद सीतापुर के नैमिषारण्य में उन्होने अपना अगला ठिकाना बनाया था । बाद में वह अयोध्या से करीब 50 किलोमीटर दूर बस्ती जिले के एक गांव चले गए और फिर वहां से अगला पड़ाव अयोध्या का लखनऊवा मंदिर और अंतिम पड़ाव फैजाबाद के सिविल लाइन्स स्थित रामभवन में रहा।
गुमनामी बाबा ने सदैव अपने चेहरे को छिपाए रखा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनके बक्से से रोलेक्स ओर ओमेगा कलाई की घडियां और आकर्षित करने वाली क्रोनोमीटर है। यह लॉकेट घड़ी उसी तरह है जैसे गांधी जी कमर में लटकाते थे। छोटे-छोटे पत्र तो काफी मात्रा में मिले हैं जो बंगला भाषा में हैं। पेपर की कटिंग भी काफी संख्या में हैं।