फैजाबाद लोकसभा सीट: राम मंदिर या राष्ट्रवाद पर होगा वोट, जानिए समीकरण

punjabkesari.in Sunday, Mar 17, 2024 - 03:26 PM (IST)

फैजाबाद: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो गया है, सभी पार्टियां अपनी जीत सुनिश्चित करने की तैयारी में जुटी हैं। राम मंदिर और बाबरी मस्जिद के विवाद के बाद से फैजाबाद सीट काफी चर्चा में रही है लेकिन अब राम मंदिर बन रहा है। इस सीट पर पांचवें चरण में चुनाव होगा। भाजपा ने लल्लू सिंह, समाजवादी पार्टी से अवधेश प्रसाद, बसपा से सच्चिदानंद पांडे को टिकट दिया है। हम आप को इस खबर में सिलसिलेवार बताएंगे कि कब किस पार्टी ने विजय हासिल की है। 

आप को बता दें कि फैजाबाद लोकसभा सीट पर पहली बार 1952 में चुनाव हुआ और कांग्रेस के पन्ना लाल यहां से सांसद बने। 1957 में हुए चुनाव में बृजबासी यहां से सांसद बने। 1967 में हुए चुनाव में कांग्रेस से आरके सिन्हा यहां से सांसद चुने गए। सिन्हा 1971 में भी सांसद बने, लेकिन 1977 के चुनाव में भारतीय लोकदल के अनंत राम यहां से सांसद बने। 1980 में कांग्रेस के जयराम वर्मा दोबारा यहां कांग्रेस की वापसी कराने में सफल रहे। 1984 में कांग्रेस के निर्मल खत्री यहां से सांसद बने, लेकिन 1889 के चुनाव में सीपीआई की मित्रा सेन ने चुनाव जीता।

राम मंदिर की लहर में 1991 के चुनाव में विनय कटियार ने बीजेपी को पहली बार जीत दिलाई। इसके बाद 1996 में भी विनय कटियार यहां से सांसद चुने गए थे, लेकिन 1998 के चुनावों में सपा के हाथों विनय कटियार को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि 1999 में वो एक बार फिर चुनाव जीतने में सफल रहे। 2004 में बसपा से मित्रसेन यादव यहां से चुनाव जीते। इसके बाद 2009 में कांग्रेस से निर्मल खत्री उतरे और सासंद चुने गए। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने लल्लू सिंह उतारा और सफलता पाई। 2019 के लिए बीजेपी ने लल्लू सिंह पर दांव खेला था तो उसे दोबारा सफलता मिली थी।

फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की 5 सीटें आती हैं। जिनमें दरियाबाद, बीकापुर, रुदौली, अयोध्या और मिल्कीपुर की सीटें शामिल है। इसमें दरियाबाद की सीट बाराबंकी जिले में आती है। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं समाजवादी पार्टी बसपा और कांग्रेस को यहां मुंह की खानी पड़ी। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट पर 18,4,729 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,64,426 है और महिला मतदाताओं की संख्या 8,40,231 है। वहीं ट्रांस जेंडर मतदाताओं की संख्या 72 है। हालांकि इस बार राम मंदिर का उद्घाटन हो गया है। ऐसे में चुनाव जीतना भाजपा के असान माना जा रहा है। लेकिन नतीजे ही बताएंगे कि जनता ने किसे चुनती है।
 


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Content Writer

Ramkesh

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