पाक और बांग्लादेश की हाईटेक मशीनों से छापे गए नकली नोटों का यूपी में हुआ खुलासा

punjabkesari.in Sunday, Oct 22, 2017 - 03:05 PM (IST)

अमरोहाः अमरोहा पुलिस के हाथ आज उस समय सफलता लग गई, जब एक मामले की पैरवी करने गई पुलिस ने नकली नोट का कारोबार करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी के पास से नकली नोट भी बरामद किए है। बताया जा रहा है कि पकड़े गए नकली नोट प्रिंटर से तैयार फोटोकॉपी नहीं है और ये नोट पाकिस्तान और बांग्लादेश में हाईटेक मशीनों से छापे गए हैं। जिसमें मुरादाबाद, संभल, बदायूं, बिजनौर, बरेली समेत और कई जिले शामिल है।

भैंस खरीदने पर हुआ खुलासा
दरअसल आदमपुर गांव में बीते दिनों कुछ लोगों ने भैंस खरीदी थी। जिसका सौदा करीब 70 हजार में हो गया। वहीं जब भैंस के विक्रेता ने नोटों को ध्यान से देखा तो उसे नोट नकली होने का शक हुआ। ऐसे में उसने पुलिस थाने की इस बात की सुचना दी। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच पड़ताल करनी शुरू की तो इस मामले में सारी गुत्थी सुलझ गई।

नोट बांग्लादेश में छापे गए हैं-एटीएस टीम
एटीएस टीम ने आईबी समेत कई एजेंसियों ने बरामद नोटों की जांच करनी शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक आदमपुर से बरामद नोट बांग्लादेश में छापे गए थे और इन्हें मालदा के रास्ते अमरोहा लाया गया था। सुत्रों के मुताबिक सीमावर्ती मालदा के रास्ते नई नकली करेंसी की बड़ी खेप वेस्ट यूपी में खपाई जा चुकी है।

आरोपियों से पुछाताछ जारी
पुलिस ने इस मामले में कोई आधिकारिक खुलासा नहीं किया है लेकिन बताया जा रहा है कि आदमपुर नकली नोट मामले में उठाए गए लोगों से पूछताछ के बाद थाना डिडौली क्षेत्र के जोया निवासी एक शातिर को भी पकड़ लिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी काफी से नकली नोट सप्लाई कर चुका है।

गिरोह के और लोगों को पकड़ने की तैयारी शुरू
वहीं खुफिया विभाग की टीमों ने आरोपी को अपनी हिरासत में ले लिया है। और उससे पुछताछ की जा रही है। पुलिस इनके साथ मिले हुए और लोगों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। हालांकि एसपी संतोष मिश्र इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए लेकिन यह जरूर कहा कि पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। जल्द ही खुलासा हो जाएगा।

झांसा देकर लोगों को फंसाते थे आरोपी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक नकली करेंसी तैयार करने वाले बदमाश युवाओं को अमीर बनाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसा रहे हैं। इसके लिए बड़ी रकम कमाने का लालच दिया जा रहा है। एक पुलिसकर्मी के मुताबिक 3 लाख रुपए में 15 लाख की नकली करेंसी उपलब्ध कराई जाती थी।

साधारण प्रिंटर से छापे गए हैं नोट
पुलिस अफसरों के मुताबिक अब तक जो भी नकली करेंसी बरामद हुई है, वह कंप्यूटर से तैयार प्रिंट थे, जिन्हें साधारण प्रिंटर पर छापा गया था लेकिन आदमपुर पुलिस के खुलासे के बाद जो करेंसी बरामद हुई है। वह बांग्लादेश में हाईटेक प्रिंटर से तैयार हुई है। इसे आसानी से नहीं पकड़ा जा सकता।