लखनऊ में पकड़ी गई नकली सैनेटाइजर फैक्ट्री, भाई मिलकर चलाते थे काला कारोबार

punjabkesari.in Tuesday, Mar 17, 2020 - 06:46 PM (IST)

लखनऊः चीन से निकला कोरोना वायरस दुनिया भर के लिए भय का पर्याय बन गया है। ऐसे में इसके बढ़ते प्रकोप को खत्म करने के लिए तमाम सावधनियां बरतने का निर्देश दिया जा रहा है। ऐसे में हैंड सैनेटाइजर और मास्क लोगों के लिए बेहद जरूरी है। वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचारी बीमारी के नाम पर भी मुनाफा कमाने की जुगत में लगे हैं वह इस मौके को गंवाना नहीं चाहते हैं।

बता दें कि कुछ दिन पहले ही नोएडा में नकली सैनिटाइजर और मास्क फैक्ट्री का खुलासा हुआ था, वहीं लखनऊ पुलिस ने भी नकली सैनिटाइजर बना रहे दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। इतना ही नहीं गिरफ्तार आरोपियों के पास से 4 लाख रुपये से ज्यादा कीमत का नकली सैनिटाइजर भी बरामद हुआ है। कोरोना के चलते हैंड सैनिटाइजर की डिमांड बढ़ी तो अपराधियों ने सप्लाई के लिए नकली सैनिटाइजर तैयार कर लोगों की जिंदगी से खेलते नजर आए।

ADCP ट्रांस गोमती राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि निशातगंज के एक मकान में नकली सैनिटाइजर बनाया जा रहा है। इस सूचना पर ड्रग कमिश्नर और उनकी टीम के साथ पुलिस ने बताए गए घर पर छापा मारा जहां से दो सगे भाइयों नीरज और संजय को गिरफ्तार किया गया। एडीसीपी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान नकली सैनिटाइजर बनाने की बात कबूल की है। आरोपियों के पास से भारी मात्रा में नकली सैनिटाइजर बरामद हुआ है।

वहीं ड्रग कमिश्नर अरविंद गुप्ता ने बताया कि आरोपियों ने कोरोना के बाद हैंड सैनिटाइजर की बढ़ती डिमांड के चलते दो दिन पहले अमीनाबाद से नकली सैनिटाइजर बनाने के लिए कच्चा माल, खाली बोतलें और रैपर खरीदा। इसके बाद घर में ही दोनों भाईयों ने नकली सैनिटाइजर तैयार किया। आरोपियों ने इस माल को बेचने के लिए भी नेटवर्क तैयार कर लिया था। एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक आरोपियों पर ड्रग एन्ड कास्मेटिक एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए गिरफ्तार किया गया है।

 

Ajay kumar