कर्ज ना चुका पाने से परेशान किसान ने की आत्महत्या, प्रशासन में मचा हड़कंप

punjabkesari.in Sunday, Nov 05, 2017 - 02:29 PM (IST)

सहारनपुरः योगी सरकार के किसानाें की कर्जमाफी का एेलान के बाद भी किसानाें द्वारा की जा रही आत्महत्याएं खत्म हाेने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला सहारनपुर का है, जहां कर्ज ना चुका पाने से परेशान एक किसान ने आत्महत्मा कर ली। किसान की ये आत्महत्या सरकार के उस खोखले दावों की पोल खोल रही है जिसमें उन्हाेंने कहा था कि किसानाें का सारा कर्जा माफ कर दिया गया है।

पेड़ से लटकता मिला किसान शव
मामला नकुड़ इलाके के नल्हेड़ा गांव का है, जहां कर्ज में डूबे किसान ने शनिवार को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। घटना का पता उस समय चला जब प्रवीण का चचेरा भाई खेत पर गया तो उसने प्रवीण का शव फंदे पर लटकता देखा।शव को देखते ही पूरे में गांव में सनसनी फैल गई। किसान के आत्महत्या करने के बाद प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है।

सुबह 7 बजे घर से निकला किसान 
मृतक के चाचा सेठपाल सिंह ने बताया कि प्रवीण ने 2 दिन पहले ही बैंक में 50 हजार रुपए जमा किए थे। इसके बावजूद भी प्रवीण पर बैंक लगातार कर्ज जमा करने का दबाव बनाए हुए था। जिस कारण प्रवीण काफी तनाव में चल रहा था। उन्होंने बताया कि इसी तनाव में प्रवीण शनिवार की सुबह 7 बजे घर से खेत पर गया और वहां एक पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

10 लाख का है कर्ज
बता दें कि मृतक किसान ने सर्व ग्रामीण बैंक से 10 लाख रुपए के अलावा एक प्राइवेट फाइनेंसर का भी करीब साढ़े 3 लाख रुपए का कर्ज है। जिसको वसूलने के लिए दोनों ओर से किसान प्रवीण पर दबाव बनाया जा रहा था। प्रवीण की बेटी टीना 14 साल व बेटा उज्ज्वल 12 साल का है। सूचना पाकर चौकी प्रभारी विनोद कुमार सिंह भी गांव पहुंचे।

एसडीएम ने दिए जांच के आदेश
सर्व यूपी ग्रामीण बैंक नकुड़ मैनेजर रामसिंह ने बताया कि प्रवीण पर बैंक का ऋण जरूर है, पर हमारी सौहा‌र्द्रपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई थी। उसने 3 दिन पूर्व किश्त के 50 हजार रुपए जमा कराए थे। बैंक की तरफ से किसी तरह का कोई दबाव नहीं दिया गया था। एसडीएम अमित औसेरी किसान की मौत के मामले में तहसीलदार को जांच के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कहा जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।