किसान दिवस पर फूटा किसानों का गुस्सा, बोले- पराली ने हमें बना दिया है खलनायक

punjabkesari.in Thursday, Nov 21, 2019 - 05:34 PM (IST)

चंदौलीः (प्रदीप शर्मा) किसानों को अन्न का देवता कहा गया है। वहीॆ अन्न के देवता कहे जाने वाले किसानों का गुस्सा बाहर आया। जब महीने के तीसरे बुधवार को चंदौली में किसान दिवस का आयोजन किया गया। किसानों ने पराली से संबंधित कठोर नियमों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। किसानों ने अपनी व्यथा जिलाधिकारी के सामने रखी।

बताते चलें कि मौका था यूपी के धान का कटोरा कहा जाने वाले चंदौली में आयोजित किसान दिवस सभा का। जिसका आयोजन विकास भवन के सभागार में किया गया। आयोजन में किसानों का गुस्सा जमकर फूटा। वहीं किसानों ने बोला कि पराली किसानों के लिए गले की फांस बनती जा रहा है| किसान जिला प्रशासन के असहयोगात्मक रवैया से भी खिन्न दिखा। 


किसानों ने आगे कहा कि एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन सख्त रवैया अपना रहा है। गुस्साए किसानों ने जिलाधिकारी के सामने ही किसान दिवस की बैठक में अल्टीमेटम तक दे दिया। कहा कि किसान चुप ही रहता है। लेकिन पराली की समस्या का जल्द निपटारा नहीं किया गया तो किसान चुप नहीं रहेगा। हम पराली जलाएंगे, जुर्माना भरेंगे और जेल भी जाएंगे। सबसे बड़ी बात की किसानों ने सड़क पर उग्र आंदोलन करने के साथ-साथ गेहूं बुवाई न करके रवि फसल का बहिष्कार भी करने की धमकी दे डाली|

किसान दिवस की अध्यक्षता करने वाले जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कहा कि किसानों ने विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया है। बैठक में मौजूद सिंचाई बिजली नलकूप विभाग के अधिकारियों को किसानों की समस्याओं को जल्द से जल्द निपटारा करने का आदेश भी दे दिया गया है|


सभा में आए किसान संतोष मिश्रा ने कहा कि पराली की समस्या का पूरा का पूरा जिम्मेदार किसानों को बताया जा रहा है। किसानों को पराली ने खलनायक बना दिया है।एनजीटी व सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि किसान पराली न जलाएं इसके लिए किसान मजबूर है। किसानों के पास ऐसा कोई अत्याधुनिक मशीन नहीं है कि बिना पराली जलाए खेत से बाहर निकाल सकें उन्हें सड़ा कर खाद के रूप में इस्तेमाल कर सकें|

एक और किसान अंजनी सिंह ने कहा कि पराली किसानों के लिए भी सिरदर्द बना हुआ है। प्रशासन नई मशीनें मंगवाए व पराली की समस्या से किसानों को निजात दिलाएं|

Ajay kumar