Muzaffarnagar: गन्ने का मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर रात में भी धरने पर किसान, टिकैत ने कही ये बात

punjabkesari.in Sunday, Jan 29, 2023 - 01:29 AM (IST)

मुजफ्फरनगर: गन्ने का मूल्य बढ़वाने समेत किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में चल रहा भारतीय किसान यूनियन का धरना रात में भी बदस्तूर जारी रहा। इस कड़ाके की सर्दी के दौरान किसान इस धरने पर झोपड़िया बनाकर रात में जहां विश्राम करते दिखाई पड़ रहे हैं तो वहीं धरना स्थल पर किसानों के मनोरंजन के लिए शेरों-शायरी के कलाकारों का भी इंतजाम किया गया है।

रात में धरना स्थल पर किसानों का हाल-चाल जानने के लिए राकेश टिकैत भी पहुंचे थे। जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहां कि दिल्ली किसान आंदोलन में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के किसानों को जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा और किसानों की अन्य समस्याओं का समाधान नहीं होगा तब तक यह धरना बदस्तूर जारी रहेगा। बता दें कि शनिवार को शुरू हुए इस धरने पर किसानों की भीड़ ना पहुंचने के चलते राकेश टिकैत ने यहां के किसानों को एक बात स्पष्ट तौर पर कही है कि अगर इस धरने में यहां का किसान नहीं आ सकता है तो वह साफ-साफ बता दें। क्योंकि हरियाणा और पंजाब का किसान यहां आने को तैयार बैठा है।

राकेश टिकैत की माने तो किसान रात को खेत में रहता है और खेतों से पशुओं को भगाता है। धरना रात में भी रहेगा और कई दिन चलेगा। 750 किसान दिल्ली में शहीद हुए थे। हरियाणा पंजाब के किसानों को कंपनसेशन दिया गया है, उत्तर प्रदेश के किसानों की क्या गलती जो दिल्ली में गए और वे वहां शहीद हुए हैं। यहां के भी 12,14 किसान हैं उनको भी कंपनसेशन चाहिए और हमारी डिमांड गन्ने का भाव बढ़ना चाहिए। सरकार बैठकर बातचीत करे, जो वह नहीं करती। अधिकारियों का काम नहीं है कि वे आए और हमें बहकाए। यह धरना उससे खत्म नहीं होंगा। लखीमपुर खीरी कांड में अधिकारियों ने कहा कि जो घायल हुए हैं उनको मुआवजा देंगे और झूठ बोलने का काम करा है। यह धरना लंबा चलेगा, यहां के अधिकारी जिले का काम कर सकते हैं लेकिन लखनऊ का कौन करेगा? धरना जारी रहेगा।

अधिकारी बहकाने का काम करते हैं यह पिछले 35 सालों से हमें बहका रहे हैं। ऐसे ही संयुक्त किसान मोर्चा के लीडर भी समय-समय पर आते रहेंगे। हम कल यहां रहेंगे, परसों यहां से चले जाएंगे। 30 तारीख में फिर 3 तारीख में यहां आएंगे उसके बाद फिर 7 तारीख में यहां आएंगे धरना नहीं खत्म होगा। ये हमे बहकाते रहेंगे हम इन्हें बहकाते रहेंगे। जब यह काम कर देंगे धरना खत्म हो जाएगा। उनको कंपनसेशन चाहिए, जब हम हरियाणा में जाते हैं तो हरियाणा के लोग कहते हैं कि उनके किसानों को कंपनसेशन नहीं मिला और उत्तर प्रदेश के लोगों से भी है या तो आ जाओ और नहीं आओगे तो बता दो। हरियाणा पंजाब तैयार बैठा है वे धरना देंगे आकर यहां के लोग अगर धरने पर कम रहेंगे तो हरियाणा और पंजाब के लोग आ जाएंगे। अब तो पूरा देश हो गया। जब तक उन किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा समस्याओं का समाधान नहीं होगा धरना बदस्तूर जारी रहेगा।

 

Content Writer

Mamta Yadav