फर्रुखाबाद: सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर आपस में भिड़े दो समुदाय के लोग, FIR दर्ज

punjabkesari.in Wednesday, Oct 26, 2022 - 12:47 PM (IST)

फर्रुखाबाद: जिले में मंगलवार की शाम सोशल मीडिया के पोस्ट को लेकर दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। विशेष समुदाय के 40 से 50 लड़कों ने दूसरे समुदाय के 4 लड़कों पर हमला कर दिया। लड़कों को मारने के बाद वे उन्हें खींच कर उनके घर जाने लगे। घटना की जानकारी मिलने पर हिंदू समुदाय के लोग भारी भीड़ के साथ पुलिस थाने पहुंचे और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही है।

कट्टर हिंदू लिखा था सोशल मीडिया पोस्ट पर
दो समुदाय के लोगों का आमने-सामने आने का मामला फर्रुखाबाद जिले का है। जहां शमसाबाद कस्बे के मोहल्ला दलमीर खां निवासी मोहित राजपूत अपने साथी अक्षय व अर्श निवासी अलेपुर, आर्यन निवासी सिकंदरपुर शहर के महमूद कस्बे में अज्जू पिज्जा स्टोर पर डोसा खाने गए थे। जहां वो अपना आर्डर दे के बैठे ही थे। तभी वहां 40-50 मुस्लिम युवक वहां आए और उनसे कहने लगे कि फेसबुक पर कट्टर हिंदू की उन लोगों ने पोस्ट डाली है, वह हटा दो। शमसाबाद में वह किसी कट्टर हिंदू को रहने नहीं देंगे। इसके साथ ही उन लोगों ने सांप्रदायिक गाली गलौज शुरू कर दी। जब उन चारों ने विरोध किया तो भीड़ ने पीटना शुरू कर दिया इस दौरान उनके कपड़े फाड़ दिए और पिज्जा स्टोर से मोहल्ले तक पीटते हुए ले आए।



घटना की जानकारी होने पर थाने का किया घेराव

हिंदू समुदाय के लड़कों के साथ मारपीट की घटना की जानकारी होने के बाद हिंदू संगठनों के लोग वहां पहुंच गए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए थाने का घेराव कर दिया। थाने  का इस प्रकार घेराव होता देख कायमगंज, नवाबगंज से पुलिस  अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुला लिया गया और थाने भरी फाॅर्स मौके पर तैनात कर दिया गया। घटना की जानकारी होने पर क्षेत्राधिकारी कायमगंज सोहराब आलम भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने आरोपियों पर कार्रवाई की बात कह कर लोगों को शांत किया। इसके बाद पुलिस ने मोहित राजपूत की ओर से शमसाबाद के ही 10 युवकों को नामजद करते हुए FIR लिखीं। जिसमें मोहित ने आरोपियों द्वारा इंटरनेट मीडिया पर हिंदू धर्म के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया।



क्षेत्राधिकारी पर लगाया आरोप

हिंदू संगठन के लोगों ने क्षेत्राधिकारी कायमगंज सोहराब आलम पर आरोप लगाया कि उन्होंने समुदाय विशेष का नाम बचाते हुए स्थानीय लोगों के बीच का विवाद बता कर रिपोर्ट दर्ज करते हुए पूरे मामले को हल्का कर दिया। उन्होंने इस गंभीर घटना को सामान्य घटना में बदल कर आरोपियों को बचाने की कोशिश की है। वहीं जब मीडिया ने इस मामले में जिले के ASP अजय कुमार से इस मामले पर पूछा तो उन्होंने बताया कि क्षेत्राधिकारी पर लगने वाले सारे आरोप निराधार है। ये सारी घटना सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हुई है। इस घटना में अधिकतम नाबालिग लड़के शामिल है। जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। जिले में धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।  

 

Content Writer

Imran