फर्रुखाबादः दारोगा खुदकुशी केस में सवालों के घेरे में पुलिस, भाईयों ने लगाए गंभीर आरोप

punjabkesari.in Wednesday, Oct 03, 2018 - 02:08 PM (IST)

फर्रुखाबादः फर्रुखाबाद में दारोगा तारबाबू तरुण के खुदकुशी केस में नया मोड़ आ गया है। मृतक दारोगा के भाई ने खुदकुशी पर संदेह जताते हुए उनकी हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि दारोगा तार बाबू तरुण को गोलियां लगने के बाद शाहजहांपुर व फर्रुखाबाद पुलिस घटनास्थल पर सीमा विवाद में उलझी रही। वहां मौजूद लोगों का मानना है कि यदि समय से दारोगा को इलाज मिल जाता तो उनकी जान भी बच सकती थी।

वहीं एसपी संतोष कुमार मिश्रा प्रथम दृष्टया जांच में दारोगा द्वारा खुदकुशी करने के पीछे पारिवारिक कलह मान रहे हैं। दारोगा तारबाबू तरुण के मोबाइल को पुलिस ने कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। जांच में घटना से पहले तीन नंबरों पर बात होने का पता चला है। पुलिस उन नंबरों की काल डिटेल खंगाल रही है। एसपी ने बताया कि जिन तीन नंबरों पर दारोगा की बात हुई, इनमें एक नंबर पर भूमि विवाद संबंधी बातचीत हुई थी। हालांकि इशारे में कहा कि तीन नंबरों पर हुई बातचीत में पारिवारिक कलह की बात भी सामने आई है। 

दारोगा के तीन भाइयों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर भाई की हत्या करने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। आरोप है कि जब तारबाबू कानपुर में तैनात थे। तो उन्होंने एक व्यक्ति का चालान किया था। इस पर उसने तारबाबू (भाई) से खुन्नस रखते उनका ट्रांसफर करने और जान से मारने की धमकी दी थी। उक्त बातें में मौत से पूर्व तारबाबू ने उनके साथ साझा की थीं, लेकिन कानपुर में तैनात पुलिस अफसरों ने मामले में कोई जांच नहीं की।

मृतक दारोगा के भाई का ये भी आरोप है कि तारबाबू के सर्विस रिवाल्वर से तीन फायर हुए हैं। सभी के खोखे रिवाल्वर में फंसे मिले हैं। जबकि शव में सिर्फ 2 ही गोलियों के  निशान नजर आ रहे हैं। तीसरी गोली आखिर कहां गई, यह संदेह पैदा कर रही है। उनका यह भी आरोप है कि जनपद कानपुर में तैनाती के दौरान भी भाई को विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किया जाता रहा है।


 

Tamanna Bhardwaj