फर्रुखाबादः रोजी-रोटी कमाने के लिए गए हजारों प्रवासी मजदूरों का पलायन

punjabkesari.in Tuesday, Mar 31, 2020 - 06:31 PM (IST)

फर्रुखाबादः जिस कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में लॉकडाउन का ऐलान किया था। अब वहीं कोरोना प्रवासी मजदूरों के लिए अपने घर जाने में समस्या बन गया है। काम और रहने-खाने की व्यवस्था की कमी की वजह से हजारों की संख्या में मजदूर लॉकडाउन के ऐलान के ठीक बाद अपने घरों से निकल गए थे। जब मंजिल तक जाने के लिए उन्हें कोई वाहन नहीं मिला तो सभी ने पैदल ही कूच करने के बाद अपने घरों को पहुंच रहे है। फर्रुखाबाद से बहार अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए गए हजारों प्रवासी मजदूरों के वापस आने के सिलसिला जारी है।

जिले के आस-पास के इलाकों से हजारों की गिनती में मजदूर अपने गांव पहुंच रहे हैं. वैसे तो राज्य सरकार के आदेश के बाद मजदूरों की मदद के लिए राहत कैंप और चिकित्सीय मदद शुरू की है।फर्रुखाबाद के राजेपुर ब्लाक के ग्राम जिठौली में लगभग 95 मजदूर गांव पहुंचे जिन्हें प्रथमिक स्कूल में ठहराया गया और वहीं पर उनके खाने-पीने की व्यवस्था की गई है।

लेकिन अभी तक बहार राज्यों से आये मजदूरों का कोई भी टेस्ट नहीं करवाया गया है जब उन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दिल्ली में कपड़ों की दुकान पर काम करते हैं और लॉक डाउन होने के बाद मालिकों ने निकाल दिया और कहा कि जब लॉक डाउन खुलेगा तभी आकर काम करना अभी यहां पर तुम्हारे खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है उनसे बात की गई तो बताया कि मजदूरों ने कहा कि हम लोग वहीं पर दोबारा काम करने जाएंगे जहां पर पहले करते थे।   

Ajay kumar