शहीद के परिजनों का अनशन तीसरे दिन भी जारी: पत्नी और भाई की बिगड़ी हालत

punjabkesari.in Sunday, May 21, 2017 - 03:17 PM (IST)

सम्भल: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पिछले साल अक्तूबर में पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए जवान सुधीश कुमार के परिजनों का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गांव बुलाने को लेकर अनशन आज तीसरे दिन भी जारी है और हालत बिगड़ने के मद्दनेजर शहीद की पत्नी और भाई को अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी गई है। सम्भल के नखासा थाना क्षेत्र के पनसुखा गाँव में शहीद सुधीश कुमार के परिजन मुख्यमंत्री के गाँव आकर उनकी समस्याआें, गाँव के विकास तथा पूर्व में भाजपा नेताआें द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हैं।

मुख्यमंत्री आज मुरादाबाद मंडल की समीक्षा करने पहुंचे हैं। अधिकारियों के आग्रह पर शहीद के पिता ब्रह्मपाल, चाचा सुधीर कुमार तथा भाई मनोज कुमार मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए मुरादाबाद गए हैं जबकि योगी के गांव आने की उनकी मांग भी बरकरार है, जिसे लेकर उनके बाकी परिजन तथा ग्रामीण अब भी अनशन पर बैठे है। परिजनों के स्वास्थ्य की जांच करने आए डॉक्टर नीरज शर्मा ने शहीद की पत्नी कविता और चचेरे भाई जिले सिंह की हालत ज्यादा खराब बताते हुए उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी।

गौरतलब है कि सरहद पर पाकिस्तान की आेर से गोलीबारी में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले के निवासी जवान सुधीश कुमार के परिजन अपने गांव की उपेक्षा से आहत होकर गत शुक्रवार को आमरण अनशन पर बैठ गए थे। शहीद की मां संतोष कुमारी और पत्नी कविता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उनके गांव नहीं आने पर खुदकुशी की धमकी दी थी।

पिछले साल 16 अक्तूबर को जम्मू-कश्मीर के राजौरी के पास पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए सुधीश की मां संतोष कुमारी के मुताबिक उनके बेटे की शहादत के वक्त उन्होंने तथा उनके पूरे परिवार ने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गांव बुलाने को लेकर धरना दिया था। उनके नहीं आने को भाजपा ने मुद्दा बनाते हुए तमाम वादे किए थे।

परिजनों के मुताबिक भाजपा नेताआें ने शहीद के परिजन को पेट्रोल पम्प दिलाने, उनके गांव पंसुखा मिलक में सड़क बनवाने, शहीद सुधीश का स्मारक बनवाने, गाँव के प्राइमरी स्कूल का नाम शहीद के नाम पर करवाने तथा गाँव में एक इंटर कालेज बनवाने की बात की थी लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। उनका कहना है कि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके गांव आना होगा, तभी वे विश्वास करेंगे कि उनसे किए गए वादे पूरे होंगे।