पहले था खूंखार आतंकी, अब बना भगवान

punjabkesari.in Sunday, Feb 14, 2016 - 03:59 PM (IST)

फतेहपुर: उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश मे करीब दो दशक तक आतंक का पर्याय रहे दस्यु सरगना शिव कुमार उर्फ ददुआ की आदमकद मूर्ति की स्थापना आज फतेहपुर जिले के नरसिंहपुर कबरहा गांव में उसके द्वारा निर्मित कराए गए मंदिर में स्थापित हो गई। डकैत मोहर सिंह के बाद उत्तर प्रदेश में यह दूसरा अवसर है जब किसी मृतक डकैत की मूर्ति की स्थापना हुई है।

9 साल पहले ददुआ को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने चित्रकूट के जंगल में 5 साथियों समेत मार गिराया था। चंबल के बीहडों में लंबे अरसे में आतंक फैलाने वाले मोहरसिंह की प्रतिमा आगरा जिले मेें स्थापित है। जयपुर से 3 करोड रूपए के मंहगे पत्थर की दस्यु ददुआ और उसकी पत्नी शिया देवी की मूर्ति आज मंदिर में पूरे विधिविधान से स्थापित कर दी गई।

मूर्ति स्थापना का विरोध हालांकि शासन-प्रशासन से लगातार होता रहा मगर तमाम विरोधों का नजरअंदाज करते हुए आज दस्यु ददुआ के परिजनों और समर्थकों ने सुबह से ही मंदिर बन्द कर दस्यु ददुआ और उसकी पत्नी सिया देवी की मूर्ति की स्थापना कर दी। वर्ष 1992 में इलाहाबाद, बांदा और फतेहपुर के संयुक्त पुलिस अभियान में दस्यु सरगना फतेहपुर में धाता क्षेत्र के घटईपुर और नरसिंहपुर कबरहा गांव के बीच गन्ने के खेतों में फंस गया था। उस समय ददुआ के साथ करीब 72 डकैत साथी मौजूद थे। इस घेराबंदी में पुलिस के 500 जवान नियुक्त थे। 

वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव के आज इस कार्यक्रम में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे मगर ददुआ की मूर्ति लगाने के बाद उनका भी कार्यक्रम निरस्त हो गया और मौके पर लगे प्रशासनिक अधिकारी मंदिर परिसर से वापस चले गये। चित्रकूट में रैपुरा क्षेत्र के देवकली गांव में राम प्यारे पटेल का बडा बेटा शिव कुमार उर्फ ददुआ ने 32 साल तक बागी जीवन व्यतीत किया।

एक के बाद एक जघन्य वारदातों को अंजाम दे रहा ददुआ जल्द ही उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश पुलिस के लिए सरदर्द बन गया हालांकि दोनो सूबों की सरकारें लाख जतन के बावजूद लंबे समय तक ददुआ की परछाईं तक नहीं छू सकी थी।